भारत की समुद्री ताकत में होगा इजाफा, 'स्पेशल- 26' की ये खबर सुनकर घबरा जाएंगे चीन-पाक!

Rafale M and Scorpene Submarine: भारत फ्रांस के साथ जल्द ही राफेल लड़ाकू जेट के 26 नौसैनिक संस्करण और तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बी की डील पक्की करने वाला है. इनमें से ज्यादातर मरीन जेट्स INS विक्रांत पर तैनात होंगे. 10 और 11 फरवरी को पीएम मोदी फ्रांस के दौरे पर रहेंगे.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 31, 2025, 04:53 PM IST
  • फरवरी में फ्रांस जाएंगे प्रधानमंत्री
  • 10-11 फरवरी को पेरिस के दौरे पर
भारत की समुद्री ताकत में होगा इजाफा, 'स्पेशल- 26' की ये खबर सुनकर घबरा जाएंगे चीन-पाक!

नई दिल्ली: Rafale M and Scorpene Submarine: भारत अपनी सैन्य ताकत में लगातार इजाफा कर रहा है. नौसेना की पॉवर को बढ़ाने के लिए भारत जल्द फ्रांस से बड़ी डील कर सकता है. दरअसल, भारत अगले कुछ हफ्तों में फ्रांस से राफेल लड़ाकू जेट के 26 नौसैनिक संस्करण और तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बी की खरीद पर मुहर लगा सकता है. ये भी माना जा रहा है कि इस साल हर महीने भारतीय नौसेना को एक नया समुद्री जहाज मिलने लगेगा. 

PM मोदी जाएंगे फ्रांस के दौर पर
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 और 11 फरवरी को फ्रांस की राजधानी पेरिस की यात्रा पर रहेंगे. यहां पर PM मोदी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर आधारित दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इसके इतर वह फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी मुलाकात कर सकते हैं. यहां पर द्विपक्षीय वार्ता करने की संभावना है. हालांकि, ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि  राफेल-एम और स्कॉर्पीन की खरीद संबंधी घोषणा मोदी की पेरिस यात्रा के दौरान की जाएगी या नहीं.

INS विक्रांत पर होगी तैनाती
दो साल पहले जुलाई 2023 में रक्षा मंत्रालय ने फ्रांस से 22 राफेल (एम) जेट की खरीदी को मंजूरी दी थी. इन्हें खासतौर पर स्वदेशी रूप से निर्मित विमान वाहक INS विक्रांत पर तैनाती के लिए लाया जा रहा है. इससे पहले भारतीय वायुसेना ने फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदे थे. वायुसेना का ये मानना है कि उसे राफेल जेट के कम से कम दो और बड़ों की आवश्यकता है.

भारत को मिलने वाले 26 राफेल मरीन जेट्स में क्या खासियत?
राफेल मरीन राफेल फाइटर जेट्स से एडवांस्ड है माने जा रहे हैं. इनका इंजन ज्यादा ताकतवर है. ये इसलिए यह फाइटर जेट INS विक्रांत से स्की जंप करने में भी सक्षम होंगे.
- राफेल मरीन जेट्स बेहद कम जगह पर लैंड कर सकते हैं. इन्हें ‘शॉर्ट टेक ऑफ बट एरेस्टर लैंडिंग’ भी कहा जाता है.
- राफेल मरीन जेट 15.27 मीटर लंबा है. 10.80 मीटर चौड़ा है. 5.34 मीटर ऊंचा है. इसका कुल वजन 10,600 किलो के करीब है.
- राफेल मरीन जेट 50 हजार फीट ऊंचाई तक उड़ता है. इसकी रफ्तार 1,912 kmph के करीब है. इसकी रेंज 3700 किमी है.
- राफेल के दोनों वेरिएंट में 85% कॉम्पोनेंट्स समान है. इसके स्पेयर पार्ट्स से जुड़ी कोई कमी या समस्या नहीं आने वाली.
- राफेल मरीन जेट को एंटीशिप स्ट्राइक के लिए सबसे अच्छा माना जा रहा है. यह न्यूक्लियर प्लांट पर हमले के हिसाब से बना है.

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