नई दिल्लीः बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने बुधवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की आवामी लीग सरकार के कार्यकाल में भारत के साथ हुई सभी 'असमान संधियों' पर चर्चा की जाएगी.
भारतीयों पर तस्करी का लगाया आरोप
ढाका ट्रिब्यून अखबार की एक रिपोर्ट के अनुसार, आगामी भारत-बांग्लादेश सीमा सुरक्षा सम्मेलन पर आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते समय चौधरी ने सीमावर्ती इलाकों में भारत के नागरिकों पर मादक पदार्थ बनाने और उन्हें बांग्लादेश में तस्करी करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, 'वे फेंसिडिल बनाते हैं और इसे बांग्लादेश में तस्करी करते हैं. हालांकि वे इसे दवा बताते हैं, लेकिन वास्तव में यह मादक पदार्थ है.' चौधरी ने कहा कि सीमा से 150 गज के भीतर किसी भी गतिविधि के लिए दोनों देशों की आपसी स्वीकृति आवश्यक होती है और किसी भी पक्ष के लिए एकतरफा कार्रवाई की कोई गुंजाइश नहीं है.
दोनों देशों के बीच सहमति बनाने पर जोर
उन्होंने कहा कि अगर किसी विकास परियोजना के तहत मस्जिद या मंदिर का निर्माण किया जाना हो तो दोनों देशों की सहमति अनिवार्य होगी. भविष्य में इस सहमति को सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया जाएगा. बांग्लादेशी सलाहकार ने कहा कि सीमा पर निहत्थे बांग्लादेशी नागरिकों पर कथित गोलीबारी पर भी सम्मेलन में चर्चा की जाएगी.
उन्होंने यह भी कहा, 'सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) या भारतीय नागरिकों द्वारा बांग्लादेशी नागरिकों को कथित रूप से अगवा करने या हिरासत में लेने के मामलों पर बैठक में चर्चा की जाएगी.'
इन मुद्दों पर भी की जाएगी चर्चा
उन्होंने कहा, 'सीमा उल्लंघन, अवैध प्रवेश और घुसपैठ को रोकने के उपायों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. साथ ही भारत से बांग्लादेश में अवैध मादक पदार्थों जैसे फेंसिडिल, हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटकों की तस्करी को रोकने को प्राथमिकता दी जाएगी.' चौधरी ने कहा कि नदियों के पानी के न्यायसंगत बंटवारे, जल समझौतों के कार्यान्वयन और रहीमपुर नहर के मुहाने को फिर से खोलने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी.
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