नई दिल्ली : Hepatitis: हेपेटाइटिस लिवर से जुड़ी एक समस्या है, जिसमें हमारे लिवर में सूजन हो जाती है. यह बीमारी वायरल इंफेक्शन के कारण होती है. इसके बढ़ने पर पीलिया होने का खतरा भी रहता है. हेपेटाइटिस में 5 तरह के वायरस होते है, जिन्हें हमें गंभीरता से लेना चाहिए. इनके कारण ही इन दिनों ये समस्या महामारी की तरह फैल रही है. बता दें कि हर साल हेपेटाइटिस से मरने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. इससे बचने के लिए बच्चे को हेपेटाइटिस का वैक्सीन देना बेहद जरूरी होता है. इसके अलावा हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने जैसे कि फ्रेश भोजन करने और साफ पानी पीने से आप इस बीमारी से बच सकते हैं.
कितने तरह का होता है हेपेटाइटिस
हेपेटाइटिस A
हेपेटाइटिस A दूषित खाने और दूषित पानी के सेवन होता है. नालियों या सीवर के पानी का पीने वाले जल में मिक्स होने पर ये समस्या होती है. आमतौर पर ये समस्या 3-4 हफ्तों में ठीक हो जाती है, लेकिन इसका इलाज न हो पाने पर व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है. WHO के मुताबिक हर साल 1.4 मिलयन लोग इस बीमारी के शिकार बन रहे हैं.
हेपेटाइटिस B
हेपेटाइटिस B होने पर व्यक्ति में आंखों का पीलापन, गहरे रंग का पेशाब, ज्यादा थकान, पेट दर्द कमजोर और उल्टी होने के लक्षण दिखाई देने लगते हैं. ज्यादातर यह समस्या ज्यादा शराब पीने से होती है.
हेपेटाइटिस C
हेपेटाइटिस Cहाथ पर टैटू गुदवाने, संक्रमित व्यक्ति का खून चढ़वाने और दूसरे व्यक्ति के रेजर का इस्तेमाल करने से होता है. इस बीमारी को साइलेंट किलर भी कहा जाता है, क्योंकि इसके कोई लक्षण साफ दिखाई नहीं देते हैं और जब तक इसके लक्षण दिखाई देते हैं तब तक यह शरीर में काफी हद तक फैल चुका होता है.
हेपेटाइटिस D
जिन लोगों को पहले से हेपेटाइटिस B या हेपेटाइटिस C है उनमें हेपेटाइटिस D होने के लक्षण बढ़ जाते हैं. इसका बैक्टीरिया हेपेटाइटिस B के बैक्टीरिया पर जीवित रह सकता है. इसमें लिवर को ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है. हेपेटाइटिस D होने पर उल्टी, दस्त, गहरे रंग का पेशाब और बुखार होता है.
हेपेटाइटिस E
हेपेटाइटिस E जहरीले पानी और भोजन के सेवन से होता है. यह हेपेटाइटिस E वायरस (HEV) के कारण होता है. हेपेटाइटिस E एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक जल्दी फैलता है.
हेपेटाइटिस के लक्षण
भूख न लगना और अचानक तेजी से वजन घटना
आंखों और स्किन का पीला होना
गहरे रंग का पेशाब
मल त्याग में खून आना
थकान, पेट दर्द और बुखार के साथ उल्टी होना
फ्लू के लक्षण
हेपाटाइटिस की जांच
लीवर के फंक्शन और खून की जांच के जरिए ही हेपाटाइटिस की जांच की जाती है. इसके अलावा लिवर बायोप्सी और पेट के अल्ट्रासाउंड के जरिए भी इस बीमारी का पता लगाया जा सकता है.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.
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