नई दिल्लीः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह बताने से इनकार कर दिया कि वह सीरिया में अमेरिकी सैनिकों की तैनाती बरकरार रखना चाहते हैं या नहीं. सीरिया में करीब 2 हजार अमेरिकी सैनिक तैनात हैं. माना जाता है कि डोनाल्ड ट्रंप का इनकी स्वदेश वापसी कराने का इरादा है.
'हम सीरिया में दखल नहीं दे रहे हैं'
हालांकि गुरुवार को जब डोनाल्ड ट्रंप से पूछा गया कि क्या वह इस्लामिक स्टेट समूह के खिलाफ लड़ाई के लिए सीरिया में तैनात अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाना चाहते हैं तो उन्होंने कहा, 'हम इस बारे में फैसला लेंगे. हम सीरिया में दखल नहीं दे रहे. सीरिया की समस्याएं उसकी अपनी समस्याएं हैं. वहां पर बहुत सारी समस्याएं हैं. उन्हें हर चीज में हमारे दखल की जरूरत नहीं है.'
दिसंबर में सैन्य वापसी की बात की थी
इससे पहले ट्रंप ने दिसंबर में विद्रोहियों की ओर से सीरियाई नेता बशर अल-असद को अपदस्थ करने से ठीक पहले कहा था कि अमेरिकी सैनिकों को सीरिया से वापस बुला लेना चाहिए. अमेरिका कई वर्षों से कहता रहा है कि सीरिया में लगभग 900 सैनिक तैनात हैं, लेकिन अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने दिसंबर में कहा था कि सैनिकों की संख्या बढ़कर 2,000 हो गई है.
अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी से टकराव
बता दें कि सीरिया में अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी को लेकर अमेरिका और सीरिया के पड़ोसी देशों तुर्की व इराक के बीच लंबे समय से टकराव रहा है. तुर्की और इराक चाहते हैं कि अमेरिकी सैनिकों की तैनाती सीमित की जाए, जबकि इजरायल का कहना है कि अमेरिका को देश में सैनिकों की मौजूदगी बरकरार रखनी चाहिए.
वहीं मंगलवार को इजरायल के आधिकारिक सार्वजनिक प्रसारण कान ने कहा था कि 'व्हाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने इजरायली समकक्षों को एक संदेश दिया है जिसमें संकेत दिया गया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सीरिया से हजारों अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने का इरादा रखते हैं.'
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.