OIC Meeting on Gaza: हमास ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला किया था. इस हमले में 1200 इजराइली नागरिकों की मौत हो गई थी. इजराइल ने इस हमले की जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर हमला कर दिया. इजराइल के इस हमले में 11 हजार से ज्यादा मासूम नागरिकों की मौत हो गई है.
Trending Photos
OIC Meeting on Gaza: गाजा में भारी जंग के बीच अरब और इस्लामी देशों के लीडर्स ने इजराइल की आलोचना की है. इसके साथ ही गाजा पर तुरंत हमले रोकने का आह्वान किया. वहीं, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने इजराइल के लिए तेल आपूर्ती को रोकने की मांग की है. दरअसल, सऊदी अरब के रियाद में दुनिया भर के मुस्लिम देशों के लीडर्स की बैठक की गई. जिसमें फिलिस्तीन मुद्दे के समाधान की मांग की गई है.
इस बैठक में कुछ देशों ने इजराइल और उसके सहयोगी देशों के साथ राजनयिक और आर्थिक संबंध रोकने का भी प्रस्ताव दिया है. हालांकि इस प्रस्ताव का विरोध हुआ है. इस बैठक में OIC संगठण के अलावा अरब लीग के कई नेता भी शामिल हैं. इस बैठके में शामिल होने के लिए सऊदी के धुर-विरोधी ईरान के राष्ट्रपति इसब्राहिम रईसी भी पहुंचे थे.
इस समिट का उद्घाटन करते हुए सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा, गाजा में जो कुछ हो रहा है उसके लिए इजराइल जिम्मेदार है. सऊदी अरब फिलिस्तीन के ख़िलाफ़ हो रहे अपराधों के लिए इजराइल के क़ब्ज़ाधारियों को ज़िम्मेदार मानता हैं."
आगे उन्होंने कहा, "गाजा में जंग तुरंत रुकनी चाहिए और बंधक बनाए गए लोगों को रिहा किया जाना चाहिए. इस हिंसा का समाधान करने के लिए 1967 की बॉर्डर्स के आधार पर एक फिलिस्तीन का निर्माण होना चाहिए और पूर्वी यरूशलम उसकी राजधानी बननी चाहिए."
ईरान के राष्ट्रपति ईब्राहिम रईसी इस बैठक में फिलिस्तीनी काफिया पहनकर पहुंचे और उन्होंने गाजा पर इसराइल के हमले को इतिहास का सबसे बड़ा अपराध बताया. रईसी ने इजराइल के खिलाफ सख्त रवैया अपनाते हुए मुस्लिम देशों से इजराइल के लिए तेल आपूर्ति रोकने का अह्वान किया है.
उन्होंने कहा, “इजराइल का विरोध करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है, हम इसराइल के ख़िलाफ़ विरोध के लिए हमास के हाथों को चूमते हैं. गाजा के ख़िलाफ़ हो रही अंधाधुंध बमबारी रुकनी चाहिए और गाजा की घेराबंदी तुरंत समाप्त होनी चाहिए. गाजा में हो रहे अपराधों के लिए अमेरिका ज़िम्मेदार है और वही इसका कमाडंर है, इसराइल अमेरिका की नाजायज औलाद है.”
वहीं तुर्किए के राष्ट्रपति आर्दोआन ने कहा, "गाजा में जो हो रहा है उसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता, अस्पतालों, धर्मस्थलों, स्कूलों पर बर्बर हमले हो रहे हैं. हमने माओं को गोद में बच्चों की लाशें लिए हुए देखा, पिताओं को मलबे में बच्चों को तलाशते देखा है. यरूशलम मुसलमानों के लिए एक लाल रेखा है. ये हमारी ख़्वाहिश है कि यरूशलम, जो शांति के शहर के रूप में जाना जाता है, और बाक़ी सभी फ़लस्तीनी इलाके अपने पुराने वक़्त में लौटें.”
हमास ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला किया था. इस हमले में 1200 इजराइली नागरिकों की मौत हो गई थी. इजराइल ने इस हमले की जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर हमला कर दिया. इजराइल के इस हमले में 11 हजार से ज्यादा मासूम नागरिकों की मौत हो गई है. इसमें सबसे ज्यादा बच्चों की संख्या है.
Zee Salaam Live TV