Agneepath Scheme: अग्निपथ स्कीम को लेकर देश में काफी विरोध हुआ. अब सरकार ने अग्निवीरों के लिए पाठ्यक्रम तैयार किया है जो तकरीबन तीन साल का है. इसको लेकर अभी फाइनल मुहर लगना बाकी है.
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Agneepath Scheme: अग्नीवीर का मुद्दा इन दिनों सुर्खियों में है. इसको लेकर युवा और अपोजीशन पार्टियां विरोध कर रही हैं. सरकार की अग्निपथ स्कीम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन उग्र भी हुए लेकिन केंद्र इस स्कीम को लेकर बैकफुट पर आती नहीं दिख रही है. अब स्कीम को लेकर शिक्षा मंत्रालय की मदद से इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी ने शैक्षिक योजना तैयार की है.
आपको बता दें अह्नपथ योजना में शामिल हुए सैनिकों के लिए तीन साल का पाठ्यक्रम होगा. इस शैक्षिक योजना में किताबी पढ़ाई के अलावा ल सेना, नौसेना और वायु सेना में काम के दौरान प्राप्त होने वाले कौशल प्रशिक्षण को भी मान्यता दी जाएगी. इस प्रोग्राम में सैन्य सेवा कौशस को 50 फीसद वैटेज दिया जाएगा वहीं बचा 50 फीसद यूनिवर्सिटी के प्रदर्शन पर निर्धारित होगा. आपको बता दें यह प्रोग्राम अग्निवीरों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आयोजित किया जाएगा.
इस योजना में सेलेक्ट होने वाले यूनिवर्सिटी के कोर्स में हिस्सा ले सकते हैं. अगर किसी कारण अभ्यार्थी सैन्य प्रशिक्षण पूरा नहीं कर पाते हैं तो वह अपनी डिग्री पूरी कर सकते हैं. इस पाठ्यक्रम की सीमा न्यूनतम 3 साल और अधिकतम 6 साल होगी.
आपको बता दें अग्नीवीर अपनी पसंद के हिसाब से सब्जेक्ट्स चुन पाएंगे. इसके अलावा उन्हें कौशल-विकास पाठ्यक्रम के तहत कम्युनिकेशन स्किल और इन्वायरमेंटल स्किल भी सिखाया जाएगा. यह पाठ्यक्र तैयार करने के बाद अप्रूवल के लिए शनल काउंसिल फॉर वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (एनसीवीईटी) के पास भेजा गया है. इस पूरी प्रक्रिया के दौरान नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का पालन किया जाएगा और रंगरूटों को पाठ्यक्रम बीच में छोड़ने की इजाजत नहीं होगी. एक साल पूरा करने वालों को सर्टिफिकेट दिया जाएगा वहीं दो साल पूरा करने वालों को डिप्लोमा और तीन साल मुकम्मल करने वालों को डिग्री दी जाएगी.