Jammu And Kashmir: 'यूटी फाउंडेशन डे' क्यों शामिल नहीं होंगे सीएम उमर अब्दुल्लाह? जानें पूरा मामला
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Jammu And Kashmir: 'यूटी फाउंडेशन डे' क्यों शामिल नहीं होंगे सीएम उमर अब्दुल्लाह? जानें पूरा मामला

Jammu And Kashmir News: गुरुवार को पूरे जम्मू-कश्मीर में यूटी फाउंडेशन डे मनाया जा रहा है. इसके लिए पिछले रविवार को एलजी मनोज सिन्हा ने राजभवन में तैयारियों की समीक्षा करते हुए एक बैठक की अगुआई की. एनसी और कांग्रेस समेत सत्ता में मौजूद सियासी पार्टियों इस प्रोग्राम में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है.

Jammu And Kashmir: 'यूटी फाउंडेशन डे' क्यों शामिल नहीं होंगे सीएम उमर अब्दुल्लाह? जानें पूरा मामला

Jammu And Kashmir News: नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और कांग्रेस ने गुरुवार को मनाए जा रहे जम्मू-कश्मीर 'केंद्र शासित प्रदेश (UT) फाउंडेशन डे' प्रोग्राम में शाम‍िल नहीं होने का फैसला किया है. लेफ्टिनेंट गवर्नर के नेतृत्व वाला प्रशासन दो सालों से 31 अक्टूबर को यूटी स्थापना दिवस मनाता आ रहा है. सरकार ने पिछले साल इस दिन को मनाने के लिए कई समारोह और कार्यक्रम आयोजित किए थे और साथ ही कॉम्पिटीशन भी आयोजित की थीं.

गुरुवार को पूरे जम्मू-कश्मीर में यूटी फाउंडेशन डे मनाया जा रहा है. इसके लिए पिछले रविवार को एलजी मनोज सिन्हा ने राजभवन में तैयारियों की समीक्षा करते हुए एक बैठक की अगुआई की. एनसी और कांग्रेस समेत सत्ता में मौजूद सियासी पार्टियों ने कहा है कि उनका कोई भी नेता जम्मू-कश्मीर में यूटी फाउंडेशन डे में हिस्सा नहीं लेगा.

एनसी MLA और स्पोक्सपर्सन तनवीर सादिक ने कहा कि पार्टी ने दरबार मूव को फिर से शुरू करने का वादा किया है, जो जम्मू-कश्मीर की विरासत है. विधानसभा सदस्य ने कहा, "यह सीधे राज्य के दर्जे की बहाली से जुड़ा है. राज्य के दर्जे की बहाली की कोशिश की जारी हैं और हमें उम्मीद है कि इसे जल्द से जल्द बहाल किया जाएगा और उसके बाद दरबार मूव को फिर से शुरू किया जाएगा."

उन्होंने आगे कहा, "लोगों ने 5 साल के लिए जनादेश दिया है और हम मेनीफेस्टो में किए गए सभी वादों और गारंटियों को एक-एक करके पूरा करेंगे. आर्टिकल-370 और अनुच्छेद 35ए समेत हर वादा पूरा किया जाएगा. इस पर जल्द से जल्द काम शुरू किया जाएगा. पार्टी के भीतर कोई भी नेता यूटी फाउंडेशन डे में शामिल नहीं होगा."

कांग्रेस ने क्या कहा?
वहीं, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के चीफ तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि पार्टी इस प्रोग्राम में शामिल नहीं होगी, क्योंकि पार्टी ने कभी भी जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश (UT) के रूप में मान्यता नहीं दी है. उन्होंने आगे कहा, "हम कैसे किसी ऐसी चीज का जश्न मना सकते हैं, जिसे मनमाने ढंग से, असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक तरीके से हम पर थोपा गया है? अगर वे इसका महिमामंडन कर रहे हैं, तो हम अपने साथ हुए नाइंसाफी का महिमामंडन करने में भागीदार नहीं हो सकते."

NC आर्टिकल 370 को लेकर पेश करेगा प्रस्ताव
इस बीच, जम्मू-कश्मीर असेंबली 4 नवंबर को एक छोटे सेशन के लिए यहां बैठक कर रही है. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने आर्टिकल 370 की बहाली की मांग करते हुए विधानसभा में एक प्रस्ताव पेश करने का फैसला किया है.

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