शनिवार को आरोपियों को भारी सुरक्षा के बीच एनआईए की एक कोर्ट में पेश किया गया. यहां वकीलों ने आरोपियों पर हमले की कोशिश की.
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जयपुरः उदयपुर के टेलर मास्टर कन्हैयालाल हत्याकांड में गिरफ्तार चार आरोपियों को राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) की एक अदालत ने 10 दिन की पुलिस रिमांड पर एनआईए के हवाले कर दिया है. इससे पहले कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच चारों आरोपियों को शनिवार को एनआईए की अदालत में पेश किया गया था. हत्याकांड के मुख्य आरोपी रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद को कत्ल के कुछ घंटों बाद मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था. दो अन्य मुल्जिम मोहसिन और आसिफ को मुबैयना तौर पर कन्हैया की दुकान की रेकी करने और कत्ल की साजिश में शामिल होने के इल्जाम में गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था.
आरोपियों पर वकीलों ने की हमले की कोशिश
एक वकील ने मुताबिक, अदालत ने मुल्जिमों को दस दिन के 12 जुलाई तक पुलिस रिमांड में भेज दिया है. मुल्जिमों की पेशी के पहले अदालत परिसर में पुलिस सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए थे और वकीलों ने ‘‘पाकिस्तान मुर्दाबाद और कन्हैया के हत्यारों को फांसी दो’’ के नारे लगाए. जब मुल्जिमों को पुलिस वाहन में अदालत से वापस ले जाया जा रहा था तो आक्रोशित वकीलों की भीड़ ने उन पर हमला करने की कोशिश की. हालांकि पुलिस ने उनके हमलों को विफल कर दिया.
एनआईए के दावे पर एटीएस ने उठाए सवाल
राजस्थान के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी के उस दावे को खारिज कर दिया है, जिसमें अफसरों ने कन्हैया लाल हत्याकांड में आतंकवादी संगठनों की भूमिका से इनकार किया था. एनआईए के दावों पर सवाल उठाते हुए एटीएस ने कहा कि जांच अभी शुरुआती चरण में है, इसलिए किसी जांच के किसी एंगल को खारिज करना ठीक नहीं है. इस मामले को लेकर एटीएस दावा कर रही है कि उदयपुर हत्याकांड का पाकिस्तान से कनेक्शन है, क्योंकि सूत्रों के हवाले से खबर मिवली है कि गौस मोहम्मद पाकिस्तान में बैठे सलमान हैदर और अबू इब्राहिम नाम के दो व्यक्तियों के संपर्क में था. वहीं, एनआईए ने कहा है कि वारदात को अंजाम देकर मुल्जिम सिर्फ देश में खौफ पैदा करना चाहता था. इसमें किसी भी तरह का आतंकवादी कनेक्शन नहीं है.
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