क्या विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने पर JDU छोड़ देगा BJP का साथ? नीतीश का बड़ा बयान
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2349465

क्या विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने पर JDU छोड़ देगा BJP का साथ? नीतीश का बड़ा बयान

Nitish Kumar on Bihar Special Status: बिहार विधानसभा परिसर में मीडियाकर्मियों के इस संबंध में पूछे गए सवालों के जवाब में सिर्फ इतना कहकर नीतीश अपनी मुस्कान बिखेरते और मीडियाकर्मियों की भीड़ की तरफ हाथ हिलाते हुए सदन भवन में दाखिल हो गए. इस बीच उन्होंने बड़ा बयान दिया है.

क्या विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने पर JDU छोड़ देगा BJP का साथ? नीतीश का बड़ा बयान

Nitish Kumar on Bihar Special Status: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने से केंद्र के इनकार पर आज यानी 23 जुलाई को प्रतिक्रिया दी है. केंद्र में सत्तारूढ़ राजग की प्रमुख सहयोगी जद(यू) के चीफ नीतीश से एक दिन पहले पार्लियामेंट में केंद्र सरकार के जरिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के संबंध में दिए बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘सब कुछ धीरे-धीरे जान जाइएगा.’’

नीतीश कुमार बीजेपी से हैं खफा?
बिहार विधानसभा परिसर में मीडियाकर्मियों के इस संबंध में पूछे गए सवालों के जवाब में सिर्फ इतना कहकर नीतीश अपनी मुस्कान बिखेरते और मीडियाकर्मियों की भीड़ की तरफ हाथ हिलाते हुए सदन भवन में दाखिल हो गए. इस बयान के बाद राजनीतक जानकारों का मानना है कि नीतीश कुमार कभी भी बोजेपी का साथ छोड़ सकते हैं. इसलिए केंद्र सरकार ने बजट में बिहार को बड़ा तोहफा दिया गया है. हालांकि जानकारों का ये भी कहना है कि नीतीश कुमार आगामी विधानसभा चुनाव होना है. इस वजह से बीजेपी से इतनी जल्दी दूरी नहीं बनाएंगे, लेकिन चुनाव बाद वह कभी भी बीजेपी से रिश्ता तोड़ सकते हैं. 

अल्पमत में आ सकती है बीजेपी सरकार
गौरतलब है कि लोकसभा इलेक्शन में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था. हालांकि, एनडीए गठबंधन को बहुमत मिल गया. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, बीजेपी को 240 सीटें मिली. बीजेपी बहुमत से चुक गई. जिसके बाद भाजपा को सहयोगी दलों के सहारे सरकार बनाने पर मजबूर होना पड़ा, इसमें सबसे बड़ी सहयोगी दलों में टीडीपी और जदयू है. डीटीपी के पास 16 सीटें हैं और जदयू के पास 11 सीट, अगर दोनों अपना समर्थन वापस ले लेते हैं, तो सरकार अल्पमत में आ सकती है. 

जदयू ने की थी ये मांग
वहीं, लोकसभा चुनाव के बाद जद (यू) ने एक राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की थी, जिसमें विशेष दर्जे की नई मांग को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया था. केंद्र सरकार में दो मंत्रियों वाले जनता दल (यू) के नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि प्रस्ताव में "विशेष पैकेज और दूसरे प्रकार की सहायता" की भी बात कही गई है और बिहार को नरेंद्र मोदी सरकार से अभी भी बहुत कुछ मिल सकता है.

हालाँकि राज्य में विपक्षी नेताओं को लगता है कि बिहार को धोखा दिया गया है. नीतीश के कट्टर प्रतिद्वंद्वी और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का मानना है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने से केंद्र सरकार के इंकार के बाद जद(यू) सुप्रीमो को इस्तीफा दे देना चाहिए.

Trending news