'मुस्लिम देशों पर 26,000 बम गिराए', ओबामा पर निर्मला के बिगड़ने की क्या है वजह?
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam1754093

'मुस्लिम देशों पर 26,000 बम गिराए', ओबामा पर निर्मला के बिगड़ने की क्या है वजह?

America News: पीएम मोदी अमेरिका दौरे पर थे तब बराक ओबामा ने भारत में जाती अल्पसंख्यक को लेकर टिप्पणी की थी. इस पर केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. 

'मुस्लिम देशों पर 26,000 बम गिराए', ओबामा पर निर्मला के बिगड़ने की क्या है वजह?

America News: हाल ही में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत में जाती अल्पसंख्यकों पर टिप्पणी की थी. इस पर केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. सीतारमण ने पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के बाद यह टिप्पणी की है. 

सीतारमण ने कहा बराक ओबामा की वजह से 6 मुस्लिम बहुल देशों पर बमबारी हुई है. सीतारमण ने कहा कि "यह हैरात की बात है कि जब प्रधानमंत्री अमेरिका दौरे पर थे, तो एक पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति (बराक ओबामा) भारतीय मुसलमानों के बारे में बयान दे रहे थे." उन्होंने आगे कहा कि "मैं सावधानी के साथ बोल रही हूं, हम अमेरिका के साथ अच्छी दोस्ती चाहते हैं. लेकिन वहां से भारत की धार्मिक सहिष्णुता के बारे में टिप्पणियां आती हैं. शायद उनके (ओबामा) कारण 6 मुस्लिम बहुत देशों पर बमबारी हुई."

वित्त मंत्री ने कहा कि "सीरिया से लेकर यमन, सऊदी से लेकर इराक तक, कया बमबारी नहीं हुई? उस वक्त 7 देशों में जंग जैसे हालात थे. 26,000 बम गिराए गए. जब ऐसे नेता भारत की धार्मिक सहिष्णुता पर टिप्पणी करेंगे, तो उन्हें गंभीरता से कौन लेगा?"

अफ़ग़ानिस्तान में महिलाओं का जीवन बेहतर बनाने के लिए उठाए गए क़दम: तालिबान

इससे पहले बराक ओबामा ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को सलाह दी थी कि उन्हें भारत के प्रधानमंत्री से भारत के अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर बातचीत करें और अगर उनके अधिकारों की चर्चा नहीं की गई तो क्या होगा.

बराक ओबामा ने CNN को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि "अगर मेरी पीएम मोदी से बातचीत होती, तो मैं यही कहता कि यदि आप भारत में जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करते हैं तो मुम्किन है भारत में आगे विभाजन बढ़े. ये भारत के हितों के विपरीत होगा." उनके मुताबिक "हिंदू बहुसंख्यक भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यक की सुरक्षा काबिले-जिक्र है."

सीतारमण के मुताबिक "यह एक द्विदलीय निमंत्रण था जो संयुक्त सदन को संबोधित करने के लिए दिया गया था और यह बहुत ही कम वक्त का था. अमेरिकी कांग्रेस का और इस तरह का स्टैंडिंग ओवेशन मिलना इस देश में हम सभी के लिए गर्व की बात है. अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने बहुत साफ लफ्जों में भारत और अमेरिका के रिश्तों के बारे में बताया है."

Zee Salaam Live TV:

Trending news