अमेरिका में राष्ट्रपति इलेक्शन होने वाले हैं. ऐसे में यहां कई वजहों से मतदाता बाइडेन का साथ छोड़ रहे हैं. इसमें एक बड़ी वजह इजरायल का सपोर्ट है.
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भारतीय-अमेरिकी कांग्रेस सदस्य प्रमिला जयपाल को लगता है कि 2024 का चुनाव राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए कठिनाई भरा है, क्योंकि नए सर्वे में उन्हें कई राज्यों में पिछड़ते हुए दिखाया गया है. जयपाल की टिप्पणी न्यूयॉर्क टाइम्स और सिएना कॉलेज के सर्वे के बाद आई है, जिसमें छह राज्यों एरिज़ोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा और पेंसिल्वेनिया में से पांच में बाइडेन को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से पीछे दिखाया गया है.
मुश्किल है बाइडेन की राह
जयपाल ने एमएसएनबीसी होस्ट जेन साकी को बताया, "आपने कहा कि इलेक्शन हकीकत में यह प्रतिबिंबित नहीं करते कि लोग कहां हैं, मैं आपसे सहमत हूं. लेकिन मैं आपको बताऊंगा- यह पहली बार है कि मुझे ऐसा महसूस हुआ है कि 2024 का चुनाव राष्ट्रपति के लिए कठिनाई भरा है.” डेमोक्रेट जयपाल ने कहा कि इजरायल-हमास जंग के बीच डेमोक्रेटिक नियंत्रण बनाए रखना अहम है.
मुस्लिम अमेरिकी नाराज
जयपाल ने व्हाइट हाउस के पूर्व प्रेस सचिव से कहा, "क्योंकि ये युवा लोग- मुस्लिम अमेरिकी, अरब अमेरिकी, लेकिन युवा लोग भी- इस संघर्ष को एक नैतिक संघर्ष और एक नैतिक संकट के रूप में देखते हैं." उन्होंने कहा, "और अगर हम इस पर ध्यान नहीं देते हैं, तो आप जानते हैं कि उन्हें आसानी से बातचीत की मेज पर वापस नहीं लाया जा सकता." अरब अमेरिकी संस्थान के पिछले महीने के एक सर्वे के मुताबिक, आगामी चुनाव में बाइडेन के लिए अरब अमेरिकी मतदाताओं के बीच समर्थन 2020 की तुलना में कम होकर 59 प्रतिशत से 17 प्रतिशत हो गया है.
बाइजेन को सोचना चाहिए
सर्वे के मुताबिक, मतदाताओं की तरफ से बाइडेन को छोड़ने की अहम वजह उनकी उम्र, मानसिक तीक्ष्णता के बारे में चिंता और अर्थव्यवस्था की स्थिति से असंतोष है. डेविड एक्सेलरोड ने कहा कि राष्ट्रपति को फिर से चुनाव लड़ने पर सोचना चाहिए. डेविड एक्सेलरोड वही शख्स हैं जिन्होंने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के राष्ट्रपति अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
खारिज किए इल्जाम
हालांकि, बाइडेन अभियान के प्रवक्ता केविन मुनोज़ ने हालिया चुनावों पर चिंताओं को खारिज कर दिया. मुनोज़ ने एक बयान में कहा, "हम 2024 में अपना सिर झुकाकर और काम करके जीतेंगे, चुनाव के बारे में चिंता करके नहीं."
मुस्लिम वोटर्स नाराज
दो दिन पहले खबर आई थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से अमेरिका के मुस्लिम वोटर नराज हैं. इसकी वजह है इजरायल-हमास संघर्ष पर इजरायल की तरफ उनका झुकाव. मिशिगन में 2020 के दौरान ट्रम्प को हराने के लिए हजारों अमेरिकी मुसलमानों ने बिडेन को वोट दिया है.