FASTag Recharge: फास्टैग रिचार्ज के लिए लोग पेटीएम से लेकर गूगल पे तक, अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करते हैं. हालांकि फैस्टैग रिचार्ज में की गई एक छोटी सी गलती भी आपको 'कंगाल' बना सकती है.
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FASTag Recharge Fraud: इन दिनों लगभग सभी कारों में Fastag का इस्तेमाल होने लगा है. फास्टैग के जरिए टोल टैक्स पर भीड़ भी कम हुई है और लेनदेन आसान हो गया है. हाईवे पर टोल टैक्स चुकाने के लिए आपको समय-समय पर अपना फास्टैग रिचार्ज (FasTag Recharge) भी करना पड़ता है. इसके लिए लोग पेटीएम से लेकर Park+ तक, अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करते हैं. हालांकि फैस्टैग रिचार्ज में की गई एक छोटी सी गलती भी आपको 'कंगाल' बना सकती है.
हाल ही में कर्नाटक के एक शख्स को 1 लाख रुपये का चूना लगा है. शख्स ने FASTag को रिचार्ज करने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर खोजा था. हालांकि गूगल पर जो नंबर मिला वह ठगों का था. इसके बाद जालसाजों ने शख्स को अपने झांसे में लेकर 1 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ऐसी घटना किसी के भी साथ हो सकती है. आइये जानते हैं कैसे करें फास्टैग रिचार्ज और किन चीजों का आपको रखना चाहिए ध्यान-
1. बैंक का नाम
सबसे पहले आपको यह जानना चाहिए कि आपके पास किस बैंक का फास्टैग मौजूद है. अगर आप रिचार्ज करते समय गलत बैंक का नाम दर्ज करेंगे तो वैसे भी कट जाएंगे और रिचार्ज भी नहीं होगा. ऐसी स्थिति में बहुत से लोग गूगल पर कस्टमर केयर नंबर ढूंढे हैं, फिर उनके साथ फ्रॉड हो जाता है.
2. Vehicle Number
बैंक सेलेक्ट करने के बाद दूसरा स्टेप वाहन संख्या (Vehicle Number) दर्ज करने का होता है. यहां बहन संख्या से मतलब गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर से है. उदाहरण के लिए UP 14 BR 3456. कार का नंबर गलत होने पर भी बैंक अकाउंट से पैसे कट जाएंगे, लेकिन रिचार्ज नहीं होगा.
3. Customer Detail और Payment
ये दोनों जानकारी सही होने के बाद आपको Customer Detail भरनी होगी. फिर आपको रिचार्ज अमाउंट दर्ज करना होगा. सारे स्टेप्स पूरे होने के बाद आपको Debit Card और UPI का ऑप्शन नजर आएगा. पेमेंट करते समय सही UPI पिन दर्ज करें.
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