Cyrus Mistry Dead: शापूरजी परिवार के लिए 2022 बना बुरा सपना, साइरस मिस्त्री से पहले इस दिग्गज ने छोड़ी थी दुनिया
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Cyrus Mistry Dead: शापूरजी परिवार के लिए 2022 बना बुरा सपना, साइरस मिस्त्री से पहले इस दिग्गज ने छोड़ी थी दुनिया

Cyrus Mistry Dealth: शापूरजी पलोनजी (एसपी) समूह की कुल संपत्ति 2022 में लगभग 30 अरब डॉलर है. टाटा संस का चेयरमैन बनने के साथ 2012 में भारतीय कारोबारी जगत में अचानक से उभरे साइरस मिस्त्री की महाराष्ट्र के पालघर जिले में रविवार को एक कार दुर्घटना में मृत्यु हो गई. वह 54 साल के थे.

Cyrus Mistry Dead: शापूरजी परिवार के लिए 2022 बना बुरा सपना, साइरस मिस्त्री से पहले इस दिग्गज ने छोड़ी थी दुनिया

Cyrus Mistry Car Accident: अरबों डॉलर की संपत्ति वाले 157 साल पुराने शापूरजी पलोनजी (एसपी) समूह को अपने सबसे छोटे उत्तराधिकारी साइरस मिस्त्री की एक सड़क हादसे में हुई मृत्यु से दोहरा झटका है. कुछ महीनों पहले, जुलाई के आखिर में साइरस के पिता और ग्रुप के चैयरमैन पलोनजी शापूरजी मिस्त्री का निधन हो गया था. लगभग 30 अरब डॉलर की संपत्ति वाले इस समूह की टाटा समूह में 18.6 प्रतिशत हिस्सेदारी है. 'सीनियर' पलोनजी मिस्त्री (साइरस के परदादा) ने 1865 में लिटिलवुड पलोनजी एंड कंपनी की स्थापना की थी. साइरस के पिता पलोनजी मिस्त्री का 28 जून, 2022 को निधन हो गया था. वह 93 वर्ष के थे. उन्हें 'फैंटम ऑफ बॉम्बे हाउस' भी कहा जाता था.

30 अरब डॉलर की संपत्ति

अरबपतियों के ब्लूमबर्ग इंडेक्स के अनुसार, एसपी समूह की कुल संपत्ति 2022 में लगभग 30 अरब डॉलर है. टाटा संस का चेयरमैन बनने के साथ 2012 में भारतीय कारोबारी जगत में अचानक से उभरे साइरस मिस्त्री की महाराष्ट्र के पालघर जिले में रविवार को एक कार दुर्घटना में मृत्यु हो गई. वह 54 साल के थे.

ली थी रतन टाटा की जगह

जन्म से आयरिश नागरिक और शापूरजी पलोनजी समूह के उत्तराधिकारी मिस्त्री 2012 में जब 44 साल की उम्र में टाटा संस के चेयरमैन बनाए गए तो वह शापूरजी पलोनजी ग्रुप की कंपनियों की अगुवाई कर रहे थे. इतनी कम उम्र में उन्होंने 100 अरब डॉलर से अधिक कारोबार वाले टाटा समूह के मुखिया के तौर पर रतन टाटा जैसे दिग्गज की जगह ली थी. ऐसी चर्चा थी कि टाटा समूह की प्रतिनिधि कंपनी टाटा संस की बागडोर संभालने को लेकर मिस्त्री अनिच्छुक थे, लेकिन खुद रतन टाटा ने उन्हें इस चुनौती को स्वीकार करने के लिए मनाया था.

4 साल तक पद पर रहे

टाटा संस के चेयरमैन के तौर पर वह चार साल तक पद पर रहे और अक्टूबर 2016 में उन्हें अचानक ही पद से हटा दिया गया. अंदरूनी मतभेदों के बाद न सिर्फ मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटाया गया, बल्कि खुद रतन टाटा ने कुछ समय के लिए इसकी कमान संभाली. बाद में एन चंद्रशेखरन को टाटा संस का चेयरमैन बनाया गया.

अदालत तक पहुंचा था मामला

पलोनजी मिस्त्री भी उस समय अपने बेटे साइरस की मदद नहीं कर पाए थे. साइरस ने टाटा संस के निदेशक मंडल पर गंभीर आरोप लगाए थे. लेकिन इस मामले ने उस समय तीखा मोड़ ले लिया, जब साइरस मिस्त्री ने चेयरमैन पद से अपनी बर्खास्तगी को अदालत में चुनौती दी. उनका कहना था कि टाटा संस का निदेशक मंडल कुछ महीने पहले तक उनके काम की तारीफ कर रहा था, लिहाजा उन्हें अचानक हटाए जाने के कारण बताए जाएं. उन्हें अचानक हटाये जाने के पीछे के कारण स्पष्ट रूप से अब तक सामने नहीं आए हैं.

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