Vande Bharat: 'राजधानी' से डबल स्पीड, स्लीपर की सुविधा; जल्द ऐसी होगी आपके रूट की वंदे भारत
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Vande Bharat: 'राजधानी' से डबल स्पीड, स्लीपर की सुविधा; जल्द ऐसी होगी आपके रूट की वंदे भारत

Vande Bharat Sleeper: वंदेभारत ट्रेन की चर्चा पूरे देश में हो रही है. इस बीच वंदेभारत के नए डिजाइन और स्पीड को लेकर रेलवे की ओर से जो जानकारी साझा की गई है उसे जानकर आपका भी दिन बन जाएगा. वहीं इस नए डिजाइन के कोच तैयार होने के बाद वंदे भारत का सफर और भी सुहाना हो जाएगा.

Vande Bharat: 'राजधानी' से डबल स्पीड, स्लीपर की सुविधा; जल्द ऐसी होगी आपके रूट की वंदे भारत

Indian Railways Vande Bharat: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Rail minister Ashwini Vaishnaw) ने पुरी-हावड़ा के बीच चलने वाली पहली वंदे भारत (Howrah-Puri Vande Bharat Express) में सफर के दौरान भविष्य की वंदेभारत को लेकर नए संकेत देते हुए कहा है कि भारत सरकार आधुनिक रेलवे की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है. इसी सफर के दौरान रेल मंत्री ने कहा है कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का डिजाइन मार्च तक बनकर तैयार हो जाएगा.

वंदेभारत की नई खूबी दिल जीत लेगी

मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि वंदेभारत स्लीपर (Vande Bharat Sleeper) की अधिकतम रफ्तार 240 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी. मौजूदा वंदे भारत एक्सप्रेस से स्लीपर वंदे भारत पूरी तरह से अलग होगी. नई वंदे भारत में नई तकनीक से बने कोच होंगे. उसके इंटीरियर में पूरी तरह से बदलाव किया जाएगा. बैठे बैठे नहीं अब लेटकर सफर कराने वाली नई स्लीपर वंदे भारत ट्रेन के आराम और सुविधाओं का स्तर राजधानी एक्सप्रेस से काफी बेहतर होगा. वंदे स्लीपर ट्रेन की औसत रफ्तार राजधानी एक्सप्रेस की अपेक्षा करीबी 40% ज्यादा होगी, जिससे आपकी यात्रा का समय भी बचेगा.

कब से शुरू होगा सफर?

जानकारी के मुताबिक वंदे भारत की कामयाबी और पॉपुलैरिटी के बाद रेल विभाग वंदे स्लीपर एक्सप्रेस की डिजाइन पर ICF, चेन्नई में काम कर रहा है. अगले साल यानी मार्च 2024 तक इसका डिजाइन फाइनल होने की उम्मीद है. वंदे स्लीपर का ट्रॉयल सालभर चलेगा. इस स्लीपर ट्रेन की बोगी के ले आउट डिजाइन और इंटीरियर में 40 से 50% बदलाव संभव है. आगे वंदे भारत स्लीपर को अधिकतम 240 Km/H की रफ्तार से चलाया जाएगा. ट्रेन की स्पीड चरणबद्ध तरीके से बढ़ाई जाएगी. इसके लिए ट्रैक अपग्रेड हो रहा है. वहीं सभी गाड़ियों में सिग्नल सिस्टम एडवांस बनाने और उनमें टक्कररोधी तकनीक फिट करने का काम चल रहा है.

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