UPSC क्रैक करने के लिए छोड़ दी नौकरी, 7 बार रहीं असफल, लेकिन पहले अटेंप्ट में बन गईं IFS अफसर
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UPSC क्रैक करने के लिए छोड़ दी नौकरी, 7 बार रहीं असफल, लेकिन पहले अटेंप्ट में बन गईं IFS अफसर

IFS Vennam Anusha: बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने डेढ़ साल तक प्राइवेट सेक्टर में काम किया. 2017 में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी.

UPSC क्रैक करने के लिए छोड़ दी नौकरी, 7 बार रहीं असफल, लेकिन पहले अटेंप्ट में बन गईं IFS अफसर

UPSC Civil Services Examination: कहते हैं कि किस्मत हर किसी के दरवाजे पर एक बार दस्तक देती है और इसका फायदा उठाना आप पर निर्भर करता है. ऐसा ही कुछ भारतीय वन सेवा अधिकारी (IFS) वेन्नम अनुषा के साथ हुआ. UPSC सिविल सेवा परीक्षा में अपने सभी अटेंप्ट खत्म करने के बाद, वह खुद को एक ऐसे चौराहे पर पाती हैं, जहां उन्हें जीवन से बेहद निराशा होती है. हालांकि, जब उन्हें लगा कि सारी उम्मीदें खत्म हो गई हैं, तो एक रोशनी की किरण दिखाई दी जिसने अनुषा की ज़िंदगी हमेशा के लिए बदल दी.

आईएफएस वेन्नम अनुषा आंध्र प्रदेश के बापटला जिले की रहने वाली हैं. उन्हें छोटी उम्र से ही कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें उनके पिता का निधन भी शामिल है. हालांकि, वह हमेशा मजबूत होकर उभरीं और उन्होंने वह हासिल किया जिसका वह सालों से सपना देख रही थीं.

इंस्पिरेशनल जर्नी

अनुषा हमेशा पढ़ाई में अच्छी थीं और 12वीं तक लगातार टॉपर रहीं. हालांकि, उनके पिता की मौत ने उन्हें बहुत झकझोर दिया. इससे उन्हें इतना भावनात्मक आघात पहुंचा कि उन्हें कॉलेज का एंट्रेंस एग्जाम पास करने में भी संघर्ष करना पड़ा. इन चुनौतियों के बावजूद, उन्होंने 2014 में बापटला इंजीनियरिंग कॉलेज से आईटी में बीटेक पूरा किया.

बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने डेढ़ साल तक प्राइवेट सेक्टर में काम किया. 2017 में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और खुद को पूरी तरह से यूपीएससी की तैयारी में लगा दिया. 2015 से 2021 के बीच उन्होंने सात बार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा दी, लेकिन हर बार कई फेज में सफल नहीं हो पाईं. 2019 में वह यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में सिर्फ़ एक नंबर से बाहर हो गईं.

2020 में जब कोविड-19 महामारी फैली, तो उन्होंने अपनी तैयारी को दोगुना कर दिया. दुर्भाग्य से, किस्मत ने एक बार फिर उसे धोखा दिया. वह CSAT में मात्र 0.05 मार्क्स से असफल हो गई. इस असफलता के बावजूद, उसने अपना फाइनल अटेंप्ट दिया, जहां वह इंटरव्यू राउंट तक पहुंची, लेकिन फाइनल सेलेक्शन से केवल चार नंबर से चूक गईं.

वह कैसे एक आईएफएस अधिकारी बनीं?

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में अपने आखिरी अटेंप्ट में असफल होने के बाद, अनुषा बहुत दुखी हो गई थीं और उसके सारे सपने टूट गए थे. निराशा के इस दौर में, उसके एक गुरु ने उन्हें भारतीय वन सेवा परीक्षा में बैठने का सुझाव दिया.

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हालांकि उन्होंने पहले कभी IFS में शामिल होने के बारे में नहीं सोचा था, लेकिन इस नई संभावना ने आशा जगाई. अनुषा IFS परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली चली गईं. 2023 में, वह पहली बार UPSC IFS परीक्षा में बैठी और 73 की ऑल इंडिया रैंक के साथ पास हुईं.

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