Success Story: 17 में शादी 20 की उम्र में विधवा, पढ़िए स्वीपर से SBI की एजीएम बनने वाली प्रतीक्षा की कहानी
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Success Story: 17 में शादी 20 की उम्र में विधवा, पढ़िए स्वीपर से SBI की एजीएम बनने वाली प्रतीक्षा की कहानी

Pratiksha Tondwalkar AGM State bank Of India: प्रतीक्षा को उनकी दृढ़ता, प्रतिबद्धता और ईमानदारी से मेहनत के कारण उनकी अविश्वसनीय उपलब्धियों के लिए भारतीय स्टेट बैंक द्वारा सम्मानित भी किया गया था. प्रतीक्षा ने 2021 में एक नेचुरोपैथी प्रोग्राम से ग्रेजुएशन किया है.

Success Story: 17 में शादी 20 की उम्र में विधवा, पढ़िए स्वीपर से SBI की एजीएम बनने वाली प्रतीक्षा की कहानी

SBI AGM Pratiksha Tondwalkar Success Story: प्रतीक्षा टोंडवलकर की शादी 17 साल की उम्र में हुई थी और उसके ठीक तीन साल बाद, उनके पति का निधन हो गया जब वह केवल 20 साल की थीं. इसके बाद उन्होंने घरेलू खर्च और अपनी पढ़ाई के लिए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की मुंबई ब्रांच में सफाई कर्मचारी के रूप में काम करना शुरू किया. पढ़ाई की कमी के कारण नौकरी पाना भी उसके लिए चुनौतीपूर्ण था, लेकिन वह उन्हें रोक नहीं सका, और उन्होंने बाद में अपनी डिग्री प्राप्त की और पढ़ाई जारी रखी. उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी कि 37 साल बाद वह उसी बैंक में सहायक महाप्रबंधक (एजीएम) बनेंगी.

प्रतिक्षा का जन्म 1964 में पुणे में हुआ था. प्रतीक्षा को उनकी प्रतिबद्धता और मेहनत का प्रदर्शन करने के बाद स्वीपर से क्लर्क के रूप में प्रमोट किया गया था. बाद में उन्हें स्केल 4, फिर सीजीएम और हाल ही में एजीएम के पद पर प्रमोट किया गया है. 

प्रतीक्षा को उनकी दृढ़ता, प्रतिबद्धता और ईमानदारी से मेहनत के कारण उनकी अविश्वसनीय उपलब्धियों के लिए भारतीय स्टेट बैंक द्वारा सम्मानित भी किया गया था. प्रतीक्षा ने 2021 में एक नेचुरोपैथी प्रोग्राम से ग्रेजुएशन किया है. उन्होंने मुंबई के विक्रोली में नाइट कॉलेज में एडमिशन लिया था. 1995 में जब उन्होंने पढ़ाई की और साइकलॉजी की डिग्री हासिल की तो उन्हें अपने सहकर्मियों से हेल्प मिली.

प्रतिक्षा टोंडवलकर ने अपनी कक्षा 10 की परीक्षा पूरी करने से पहले 17 साल की उम्र में सदाशिव कडू से शादी कर ली. कडू मुंबई में रहते थे और एसबीआई में बुक बाइंडर के रूप में काम करते थे. कडू की हादसे में मौत हो गई. 20 साल की उम्र में विधवा हुईं तोंडवलकर पूरी तरह टूट गई थीं. फिर उन्होंने खुद को संभाला और आगे की लाइफ के लिए प्लान किया और आज एक सफल महिला अफसर हैं.

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