Dev Anand: देव आनंद ने आमिर खान (Aamir Khan) को लेकर 1990 में फिल्म बनाई थी, अव्वल नंबर. लेकिन इससे 31 साल पहले उन्होंने खुद पर्दे पर एक क्रिकेटर का रोल प्ले किया था. यही नहीं, स्क्रीन पर वह सेंचुरी बनाते दिखे थे. फिल्म में एक गाना था, शी (She) ने खेला ही (He) से आज क्रिकेट (Cricket) मैच... जानिए क्यों खास मानी जाती है वह फिल्म और क्यों आज भी की जाती है याद?
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World Cup Cricket: बॉलीवुड और क्रिकेट आज कई बार एक साथ कदम मिलाते चलते नजर आते हैं. हालांकि यह स्थिति शुरू से नहीं थी. क्रिकेट के साथ बॉलीवुड (Bollywood) का प्रेम संबंध 1950 के दशक के आखिरी वर्षों से देखने मिलता है. 1959 में फिल्म रिलीज हुई थी, लव मैरिज (Love Marriage). फिल्म ब्लैक एंड व्हाइट थी. यह पहली हिंदी फिल्म थी, जिसमें क्रिकेट को कहानी में महत्वपूर्ण जगह दी गई थी. फिल्म के हीरो देव आनंद यहां क्रिकेटर के रोल में थे. यह वह दौर था, जब क्रिकेट का केवल एक ही रूप था, टेस्ट मैच. जो पांच दिनों तक खेला जाता था. हालांकि क्रिकेट और क्रिकेटर तब भी बहुत लोकप्रिय थे, लेकिन टीवी नहीं था और टेस्ट क्रिकेट की धीमी गति के कारण वन डे या टी20 जैसा ड्रामा इसमें नहीं था.
कहानी फिल्म की
रोचक बात यह है कि लव मैरिज में हीरो भले ही क्रिकेटर था, लेकिन यह कहानी प्यार और शादी की समस्या के बारे में थी. फिल्म में क्रिकेटर देव आनंद शानदार बल्लेबाज के रूप में नजर आए थे और उनकी बल्लेबाजी देखते हुए नायिका उनके प्यार में पड़ जाती है. हीरो यहां हीरोइन के सामने मैदान पर सेंचुरी बनाता है. देव आनंद के साथ माला सिन्हा (Mala Sinha) यहां लीड रोल में थीं. इन दोनों के साथ लव मैरिज में अभि भट्टाचार्य, प्रणति घोष और हेलन की भी अहम भूमिकाएं थीं. कहानी झांसी (Jhansi) में रहने वाले हीरो की थी, जो नौकरी के लिए मुंबई (Mumbai) जाता है. वहां एक क्रिकेट मैच में अपनी बैटिंग से मकान मालिक की बेटी का दिल जीत लेता है. दोनों की शादी होती है और जब वे वापस झांसी लौटते हैं, तो यहां कहानी ट्विस्ट लेती है. फिल्म के निर्देशक थे, सुबोध मुखर्जी.
बढ़ता स्टारडम
लव मैरिज में क्रिकेट से ज्यादा क्रिकेटर पर फोकस था. इस फिल्म के बाद कई साल तक सिल्वर स्क्रीन पर क्रिकेट नहीं दिखा. लेकिन 1970 के दशक में, जब भारत ने इंग्लैंड को इंग्लैंड में और वेस्ट इंडीज को वेस्ट इंडीज में हराया, तो क्रिकेटर स्टार बन गए और धीरे-धीरे फिल्मों में दिखाई देने लगे. सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) एक मराठी फिल्म में हीरो बने. सलीम दुरानी (Salim Durrani) ने बॉलीवुड में रोमांटिक लीड के रूप में शुरुआत की. लेकिन वह लंबी पारी नहीं खेल पाए. फिर 1983 में भारत की वर्ल्ड कप जीत सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हुई. तब तक टीवी भी आ चुका था. इसके बाद क्रिकटरों को बॉलीवुड सितारों जैसा स्टारडम मिला. यह सिलसिला आज भी जारी है.