Exclusive Interview: फिल्मी टाइप थी संग्राम से पहली मुलाकात, प्यार बाद में हुआ: पायल रोहतगी
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Exclusive Interview: फिल्मी टाइप थी संग्राम से पहली मुलाकात, प्यार बाद में हुआ: पायल रोहतगी

Payal Rohatgi Interview: मॉडल-अभिनेत्री पायल रोहतगी और रेसलर-मॉडल संग्राम सिंह के विवाह को एक महीना पूरा हो गया है. दिल्ली-अहमदाबाद में भव्य रिसेप्शन के बाद दोनों मुंबई में ग्रैंड रिसेप्शन प्लान कर रहे हैं. दोनों की पहली मुलाकात से लेकर करियर के अनुभवों पर पायल रोहतगी से यह एक्सक्लूसिव बातचीत. पढ़िए.

Exclusive Interview: फिल्मी टाइप थी संग्राम से पहली मुलाकात, प्यार बाद में हुआ: पायल रोहतगी

Payal Rohatgi Sangram Singh Marriage: शादी से पहले संग्राम सिंह और आपका लंबा साथ रहा. पहली मुलाकात कैसे हुई, कब बात आगे बढ़ कर प्यार तक पहुंची?
-संग्रामजी और मैं करीब बारह साल पहले मिले थे. मैं दिल्ली से आगरा जा रही थी, कार में. किसी ईवेंट के लिए. मेरी गाड़ी रास्ते में खराब हो गई. संग्राम की गाड़ी वहां से गुजरी तो उन्होंने मुझे हेल्प की. एक फिल्मी तरीके से हम लोगों की मुलाकात हुई. लेकिन वह मुलाकात हैलो-हाय तक रह गई. हमने एक-दूसरे से नंबर भी एक्सचेंज नहीं किए. फिर वह मुझे टीवी शो सर्वाइवर इंडिया में मिले. हम दोनों वहां सेलेब्रिटी के रूप में थे. हमारी दोस्ती वहां से शुरू हुई और 2014 में हमने एंगेजमेंट की. शादी का प्लान तो था, लेकिन कुछ न कुछ हो जाता था. जिसकी वजह से शादी नहीं हो पाई. लेकिन इस बार हमने कहा कि बारिश या सर्दी का इंतजार किए बिना जो मौसम और माहौल है, इसी में शादी कर लेते हैं. वर्ना ये भी चला जाएगा.

-दोस्ती के बाद वो कौन से मोमेंट्स थे, जब मेड फॉर ईच अदर जैसा लगा और शादी करके हमेशा साथ रहने का फैसला किया?
-फिल्म इंडस्ट्री में रहते हुए बहुत अजीब-अजीब किस्म के लोगों से आपका पाला पड़ता है. लेकिन जब संग्रामजी से मेरी दोस्ती लंबी चली तो मैंने महसूस किया कि वह जमीन से जुड़े इंसान हैं और मुझे लगा कि मैं इनके साथ रह सकती हूं. मैं इंडिपेंडेंट थी, संग्रामजी स्ट्रांग थे. रिलेशनशिप में सबको एक-दूसरे के लिए थोड़ा-बहुत बदलना पड़ता है. हम दोनों ने एक-दूसरे के लिए खुद को थोड़ा-थोड़ा बदला. किसी ने किसी को फोर्स नहीं किया.

-बीच-बीच में खबरें थीं कि आप शायद पीछे हट रही हैं शादी से? अपने पर्सनल कारणों से.
-वो अफवाहें रही होंगी, लेकिन ऐसा कुछ था. परिवार में कुछ एक्सीडेंट्स की वजह से चीजें आगे बढ़ती गईं. हम लोग लड़ते भी बहुत हैं, लेकिन एक-दूसरे को खूब समझते हैं. शादी नहीं करने जैसी बात इसमें कभी नहीं थी.

-सगाई के बाद लंबा अर्सा शादी न होने के कारण क्या ऐसी अफवाहें उड़ीं?
-देखिए, लोगों काम है कुछ न कुछ कहना. हाल में मैंने एक रीयलिटी शो किया था, लॉक अप. उसमें आधा समय तो लोगों ने मेरी शादी और संग्राम पर बातें करते हुए टीआरपी खाई. तो मैंने सोचा कि लोगों को मेरी शादी की बड़ी चिंता है. चलो, उनकी चिंता कम कर देते हैं.

 
 
 
 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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-लॉकअप को जितना भी देखा, उससे लगता था कि यह शो शायद आपके लिए अच्छा अनुभव था?
-नहीं, अच्छा अनुभव था. मैं बहुत स्ट्रांग लेडी हूं. टूटती हूं, मगर फिर खड़ी हो जाती हूं. पंद्रह साल बॉलीवुड में सर्वाइव करना बड़ी चीज है. लोग तो तीन-चार साल काम करके ही गायब जाते हैं. मैं फिल्में करती रही, टीवी किया, रीयलिटी शो किए. अलग-अलग तरह से खुद को यहां बनाए रखा. लॉकअप मेरे करियर के लिए अच्छा रहा. किसी को बुरा लगा हो तो लगा हो.

-कंगना रनौत शो की होस्ट थीं. उनके और आपके बीच कई बार कड़वाहट नजर आई. क्या मामला था?
-कंगना नेशनल अवार्ड विनर, बड़ी अभिनत्री हैं. लेकिन जब वह मेरी पर्सनैलिटी पर अटैक करेंगी, तो मैं भी स्टेंड लूंगी. फिर चाहे सामने कंगना हों या सलमान खान. मुझे क्या फर्क पड़ता है.

-आपको उनकी कौन सी बात खराब लगी?
-मेरा जो परिचय दिया गया शो में, उसमें कहा गया कि मैं दूसरों के मामलों में घुस कर अपनी पब्लिसिटी करती हूं. जबकि दूसरों की फिल्में आने पर तो वह बोलती हैं. चाहे रणबीर की हो, आलिया की हो या रणवीर की हो. दूसरों की फिल्मों पर बोल कर खुद की पब्लिसिटी करना कितना गलत है.

-इधर आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा आ रही है. इसे लेकर काफी नेगेटिविटी है. क्या कहेंगी?
-आमिर खान ने अलग-अलग तरह की फिल्में की हैं. उन्होंने तो ‘मंगल पांडे’ में भी काम किया है. मंगल पांडे तो हमारे फ्रीडम फाइटर थे. हर किसी को अपनी बात कहने का हक है. आपको एक विचारधारा से समस्या हो सकती है, आपको किसी इंसान से कैसे प्रॉब्लम हो सकती है.

-आपने एक समय डायरेक्टरों के मिसबिहेव को लेकर खुल कर शिकायत की थी. बाद में मीटू आया. लेकिन बॉलीवुड में यह उस तरह से बड़ा या कामयाब नहीं दिखा, जितना हॉलीवुड में. क्या वजह मानती हैं इसकी?
-हर बात के दो पहलू होते हैं और मुझे लगता है कि हो सकता है कि मीटू के दौरान हमारे यहां जो कुछ कहानियां सामने आईं, शायद उनमें उतनी सच्चाई नहीं थी. कई बार ऐसे मूव्हमेंट्स का गलत इस्तेमाल भी किया जाता है. निजी हिसाब-किताब बराबर करने के लिए. शायद कुछ लोगों ने यह भी किया. मुझे जिनके बारे में जो कहना था, मैंने तभी कह दिया था. सब मेरे खिलाफ हो गए. तब मैंने खुद से कहा कि चलो पायल अब टीवी और रीयलिटी शो करना शुरू करो. कुछ न कुछ तो करना पड़ेगा, यहां बने रहने के लिए. सबका अपना तरीका होता है. लेकिन मेरा मानना है कि सच परेशान हो सकता है, पराजित नहीं.

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