Heart attack symptoms and Causes: 62 साल के कपिल देव 61 साल की उम्र में हार्ट अटैक का सामना कर चुके हैं. इस खबर में हम आपके लिए हार्ट अटैक के लक्षण, कारण और बचाव के तरीके बता रहे हैं.
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भूपेंद्र राय/ Heart attack symptoms and Causes: इन दिनों भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव चर्चा में है. वजह है फिल्म 83, जिसका ट्रेलर लॉन्च ( Film ’83’ Trailer ) हो गया है और इसे लेकर बॉलीवुड और भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों में खुशी का माहौल है. 1983 के विश्व कप में भारत की जीत पर आधारित इस फिल्म में रणवीर सिंह (Ranveer Singh) वर्ल्ड कप चैंपियन कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) की भूमिका निभा रहे हैं. 24 दिसंबर को बड़े पर्दे पर ये फिल्म आएगी.
क्या आप जानते हैं कि भारतीय क्रिकेट को शिखर तक ले जाने वाले और टीम इंडिया को पहली बार क्रिकेट का चैंपियन बनाने वाले भूतपूर्व कप्तान कपिल देव (Kapil Dev ) को हार्ट अटैक का सामना कर चुके हैं. पिछले साल 2020 में कपिल देव को जब सीने में दर्द हुआ तो उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ा. वहां पता चला कि उन्हें हार्ट अटैक आया था.
ये खबर लगते ही फैंस उनके जल्द ठीक होने की दुआएं करने लगे. हजारों लोगों की दुआओं और डॉक्टरों की मेहनत का नतीजा ये रहा है कि वो पूरी तरह ठीक होकर वापस लौटे हैं. आपको बता दें कि डॉ. अतुल माथुर ने कपिल देव की आपातकालीन कोरोनरी एंजियोप्लास्टी की थी.
इस खबर में हम आपके लिए हार्ट अटैक के लक्षम, इलाज और बचाव के तरीके बता रहे हैं.
क्या है हार्ट अटैक
Johns Hopkins के मुताबिक, हार्ट अटैक का मेडिकल नाम मायोकार्डियल इंफार्क्शन (Myocardial Infarction) होता है. जिसमें दिल तक ऑक्सीजन और खून पहुंचाने वाली कोरोनरी आर्टरी में ब्लॉकेज आ जाती है. जिससे हार्ट मसल्स को पर्याप्त ऑक्सीजन और खून नहीं मिल पाता और वो डैमेज होने लगती है.
हार्ट अटैक के कारण - Causes of heart attack
हार्ट अटैक काफी खतरनाक होता है, जिसके कारण जान भी जा सकती है. हाल ही में एक्टर पुनीत राजकुमार और सिद्धार्थ शुक्ला का निधन भी हार्ट अटैक के कारण हुआ था. Johns Hopkins के अनुसार, हार्ट अटैक आने के पीछे निम्नलिखित कारण हो सकते हैं. नीचे जानिए उनके बारे में....
दिल का दौरा पड़ने के लक्षण (Symptoms of Heart Attack)
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कपिल देव को सीने में दर्द की शिकायत के बाद दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. बाद में डॉक्टरों ने बताया था कि उन्हें हार्ट अटैक की समस्या हुई थी. हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि हर मरीज में हार्ट अटैक के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं. जैसे-
दिल के दौरे का खतरा कम करने के लिए करें ये काम
कैसे किया जाता है हार्ट अटैक का इलाज
हार्ट अटैक आने के बाद मरीज की एंजियोप्लास्टी की जाती है. यह एक ऐसी सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें हृदय की मांसपेशियों तक ब्लड सप्लाई करने वाली रक्त वाहिकाओं को खोला जाता है. मेडिकल भाषा में इन रक्त वाहिकाओं को कोरोनरी आर्टरीज़ कहते हैं. डॉक्टर अक्सर दिल का दौरा या स्ट्रोक जैसी समस्याओं के बाद एंजियोप्लास्टी का सहारा लेते हैं. यह काफी अच्छी ट्रीटमेंट है.
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यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.
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