दिल्ली-एनसीआर में डेंगू की चपेट में आने वाले मरीजों में टाइफाइड की भी पुष्टि हो रही है. अस्पतालों में डेंगू के उपचार के लिए आने वाले मरीजों में तेज बुखार, उल्टी, सिरदर्द, शरीर पर चकत्ते के लक्षण देखे जा रहे हैं.
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दिल्ली-एनसीआर में डेंगू की चपेट में आने वाले मरीजों में टाइफाइड की भी पुष्टि हो रही है. अस्पतालों में डेंगू के उपचार के लिए आने वाले मरीजों में तेज बुखार, उल्टी, सिरदर्द, शरीर पर चकत्ते के लक्षण देखे जा रहे हैं. साथ ही आपात स्थिति में कुछ ऐसे मरीज भी पहुंच रहे हैं, जिनमें प्लेटलेट्स की कमी व ब्लीडिंग देखने को मिल रहा है.
राहत भरी बात यह है कि अस्पतालों में उपचार के लिए भर्ती मरीजों की संख्या फिलहाल कम है. लोकनायक अस्पताल की उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रितु सक्सेना ने बताया कि उनके यहां डेंगू से पीड़ित 12 मरीज भर्ती हैं, जबकि सात मरीज ऐसे हैं, जिनमें अभी डेंगू की पुष्टि नहीं हुई है. डेंगू के साथ मरीजों में टाइफाइड और मलेरिया के लक्षण भी दिख रहे हैं.
10 हजार से कम प्लेटलेट्स पर भर्ती होने की जरूरत
विशेषज्ञों की मानें तो प्लेटलेट्स का कम होना डेंगू नहीं होता इसके लिए एनएस 1 एंटीजन टेस्ट कराना जरूरी है. अक्सर लोग डेंगू सीजन में बुखार होने पर प्लेटलेट्स की जांच कराने लगते हैं, जो गलत है. बुखार में दवाओं के सेवन से भी प्लेटलेट्स कम हो जाती हैं. 10 हजार प्लेटलेट्स होने पर मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ती है. वहीं, दिल्ली सरकार ने डेंगू को लेकर अस्पतालों को पांच फीसदी बेड रिजर्व करने को कहा है.
डेंगू के घरेलू उपाय
पर्याप्त तरल पदार्थ पीएं: डेंगू से बुखार और पसीने के कारण शरीर से बहुत अधिक तरल पदार्थ निकल जाते हैं. इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप पर्याप्त तरल पदार्थ पीते रहें, जैसे कि पानी, नींबू पानी या नारियल पानी.
अपने शरीर को आराम दें: डेंगू से लड़ने के लिए आपके शरीर को आराम की आवश्यकता होती है. इसलिए, जितना हो सके आराम करें और शारीरिक गतिविधि से बचें.
पानी से भरपूर फूड खाएं: पानी से भरपूर फूड जैसे कि फल, सब्जियां और दलिया आपको तरल पदार्थ प्रदान करने और आपके शरीर में पोषक तत्वों को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं.
दर्द और बुखार के लिए दवाएं लें: दर्द और बुखार के लिए ओवर-द-काउंटर दवाएं (जैसे कि पैरासिटामोल या इबुप्रोफेन) लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद कर सकती हैं.
अपने डॉक्टर से बात करें: यदि आपके पास गंभीर लक्षण जैसे कि तेज बुखार, थकान या ब्लीडिंग दिखे तो अपने डॉक्टर से बात करें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.