यदि कोई व्यक्ति दिन में लगभग 1.5 से 2 मील की दूरी तय करता है तो वह करीब 3000 से 4000 कदम चलता है. इतने कदम चलकर भी आप असमय किसी बीमारी से होने वाली मौत के खतरे को कम कर सकते हैं.
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पैदल चलना एक ऐसी एक्टिविटी है जिसको फिटनेस के लगभग हर रूटीन में शामिल करने की सलाह दी जाती है. आमतौर पर यदि कोई व्यक्ति दिन में लगभग 1.5 से 2 मील की दूरी तय करता है तो वह करीब 3000 से 4000 कदम चलता है. इतने कदम चलकर भी आप असमय किसी बीमारी से होने वाली मौत के खतरे को कम कर सकते हैं और अगर आप इससे आधे से थोड़ा ज्यादा भी चल पाएं,तो दिल की बीमारियों से मौत का खतरा कम कर सकते हैं. इनके बारे में यूरोपियन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी में एक अध्ययन भी प्रकाशित हो चुका है. लेकिन सवाल यही है कि अगर आप रोजाना 10 हजार कदम चलने का लक्ष्य बना रहे हैं, तो इससे क्या होगा?
आपने आमतौर पर सुना ही होगा कि कम से कम 10 हजार कदम प्रतिदिन चलना ही चाहिए. मजेदार बात यह है कि रोज 10 हजार कदम चलने का टारगेट किसी वैज्ञानिक खोज से नहीं, बल्कि एक मार्केटिंग अभियान से पैदा हुआ था. ज्यादा चलने के अपने फायदे जरूर हैं, लेकिन रोज 10 हजार कदम चलना कोई जादुई नुस्खा नहीं है. यहां तक कि 4 हजार कदम भी फायदेमंद हो सकते हैं. सबके अपने फायदे हैं. जैसे कि जेएएमए के एक रिसर्च में यह पाया गया है कि अधिक चलने से निश्चित तौर पर फायदा होता है और यह भी निष्कर्ष निकालता है कि प्रति दिन आइडल स्टेप्स की संख्या 9000 से 10,500 के बीच होनी चाहिए.
चलने का टारगेट को बदलना जरूरी
उम्र, फिटनेस लेवल और सेहत जैसी बातों को ध्यान में रखते हुए, हर दिन चलने का लक्ष्य बदलना चाहिए. जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारे शरीर की काम करने की क्षमता कम हो जाती है, इसलिए हमें पहले की तुलना में हर कदम पर ज्यादा एनर्जी खर्च करनी पड़ती है. इसलिए हमें पहले जितना लाभ पाने के लिए कम चलने की जरूरत हो सकती है. जवानी में हर दिन 8 से 10 हजार कदम चलना एक अच्छा लक्ष्य हो सकता है, वहीं बाद के जीवन में 6000 से 8000 कदम चलना भी पर्याप्त हो सकता है. तो अगर आप सीधे 10 हजार कदम का लक्ष्य रख रहे हैं, तो पहले यह जान लें कि आप इस समय कितने कदम चल रहे हैं. यह जानने से आपको एक बेसलाइन मिल जाएगी, जिससे आप धीरे-धीरे अपने कदमों की संख्या बढ़ा सकते हैं. हर दो हफ्ते में 1000 एक्स्ट्रा कदम जोड़ना एक बढ़िया रणनीति हो सकती है ताकि आपका शरीर इस नई दिनचर्या को आसानी से अपना सके.
पैदल चलते के फायदे?
अब बात करते हैं पैदल चलने से होने वाले फायदों की. तो यह एक ऐसी एक्सरसाइज है जिसे आप बिना किसी विशेष उपकरण या जिम एक्सपर्ट के कर सकते हैं. आपको सिर्फ एक अच्छे जोड़ी जूते की जरूरत है और फिर आप चलने के लिए तैयार हैं. पैदल चलना आपके पूरी सेहत को बेहतर बना सकता है. नियमित रूप से चलने से दिल की बीमारी, मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और यहां तक कि डिप्रेशन जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा कम हो सकता है.
मूड भी रहता है अच्छा
विभिन्न अध्ययनों के हिसाब से, अगर आप पहले से ही 10 हजार कदम प्रतिदिन के हिसाब से चलते हैं तो यह आपके मूड और दिमाग पर पॉजिटिव असर डालता है. आपके जोड़ों में लचीलापन बढ़ता है. रोजाना इतना चलने से आपकी कैलोरी भी बर्न होती है और यह आपके वजन को कम करने में मदद करता है. अगर आप तेज चलते हैं तो यह आपके फेफड़ों की क्षमता में सुधार करता है. दिल की सेहत भी इससे सुधरती है और दिल की बीमारी में 50 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है. इससे महिलाओं में स्ट्रोक होने के चांस भी कम हो सकते हैं. यह डायबिटीज का खतरा भी कम करता है. इससे इम्यून सिस्टम में भी वृद्धि होती है और नींद भी पहले से बेहतर होती है.
क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट?
हेल्दी विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सप्ताह में 150 मिनट तेज चलना आपकी सेहत के लिए जरूरी है. लेकिन अगर आप इस टारगेट से दूर हैं, तो धीरे-धीरे अपने कदमों की संख्या बढ़ा सकते हैं. शुरुआत छोटे कदमों से करें. आप दिन में 10 मिनट चल सकते हैं, फिर धीरे-धीरे इसे बढ़ाकर सप्ताह में पांच दिन 30 मिनट तक कर सकते हैं.