Manoj Bhawuk Song: भोजपुरी कवि और गीतकार मनोज भावुक की ग़ज़ल 'बसंत आया, पिया न आये' का म्यूजिक वीडियो श्रोताओं के दिल जीत रहा है. यह गीत रोमांस और पुरानी यादों को खूबसूरती से समेटे हुए है.
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Poet Manoj Bhawuk: पूरे देश में आज (रविवार, 02 फरवरी) बसंत पंचमी का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. सनातन धर्म में बसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है. इस दिन श्रद्धालु उपवास रखते हैं और विधि विधान माता सरस्वती की पूजा करते हैं. बसंत पंचमी तिथि से मौसम में बदलाव शुरू हो जाते हैं और प्रकृति वसंत ऋतु की ओर बढ़ने लगती है. वसंत आने की खुशी में इस दिन से वसंत राग गाने की शुरुआत हुई. शास्त्रीय संगीत में इस राग को गाने या सुनने से उमंग, उल्लास और खुशी महसूस होती है. वहीं कवियों और गीतकारों को वसंत ऋतु काफी पसंद है. उन्होंने इस पर कई गीतों की रचना की है. इसी कड़ी में भोजपुरी कवि और गीतकार मनोज भावुक ने भी एक बासंती ग़ज़ल की रचना की है, जोकि इंटरनेट पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है.
मनोज भावुक की ग़ज़ल 'बसंत आया, पिया न आये' का म्यूजिक वीडियो श्रोताओं के दिल जीत रहा है. इसके निर्माता और निर्देशक आश्विन महाराज ने इसे महाराजा म्यूजिक के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है. बसंत के जीवंत मौसम के साथ प्रेम और स्नेह की चाहत को दर्शाने वाला यह गीत रोमांस और पुरानी यादों को खूबसूरती से समेटे हुए है. इस ग़ज़ल के बारे में मनोज भावुक अपने फेसबुक पेज पर लिखते हैं कि साल 2005 में मैं युगांडा से आया था. साहित्य जगत में डॉ. पूर्णिमा वर्मन जी की शारजहां से ऑनलाइन पत्रिका अभिव्यक्ति-अनुभूति की धूम थी. तब एक प्रतियोगिता हुई थी, जिसमें समस्यापूर्ति के अंतर्गत कविता लिखने के लिए एक टॉपिक दिया गया था - बसंत आया.
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फिर मैंने ग़ज़ल कही - बसंत आया, पिया न आये. इस ग़ज़ल को प्रथम स्थान मिला. अशोक चक्रधर जी निर्णायक मंडल में थे. उसके पहले गुनगुनी धूप और खिलने दो खुशबू पहचानो टॉपिक में भी मेरी रचनाओं को सराहा गया था. तब से लेकर आज तक अनगिनत बार अनेक मंचों से मैंने ' बसंत आया, पिया न आये' का पाठ किया. काव्य-मंचों व कवि-सम्मेलनों में भी, टेलीविजन कार्यक्रमों में भी. कल ही प्रख्यात कवि बुद्धिनाथ मिश्र जी के सानिध्य में विश्व पुस्तक मेला में भी. अब इस ग़ज़ल के वीडियो को लोगों का प्यार मिल रहा है तो और अच्छा लग रहा है. बता दें कि इस म्युजिक के निर्देशक अश्विनी महाराज, संगीत निर्देशक सतीश त्रिपाठी, गीतकार मनोज भावुक, गायिका दिव्यांशी मौर्य, कलाकार ज्योत्स्ना गुप्ता व डीओपी नवीन कुमार हैं.
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