झोलाछाप डॉक्टर के भरोसे सरकारी अस्पताल, महिलाओं की जिंदगी से खिलवाड़
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झोलाछाप डॉक्टर के भरोसे सरकारी अस्पताल, महिलाओं की जिंदगी से खिलवाड़

अरवल सिविल सर्जन (Arwal Civil Surgeon) ने कहा कि सरकारी अस्पताल में किसी अन्य डॉक्टर का इलाज करना बिल्कुल ही गलत है. आखिर इस अस्पताल में डॉक्टर कैसे पहुंचा, इसकी जांच की जाएगी. इसके अलावा जो भी वहां सर्जन नियुक्त किए गए हैं उन पर कार्रवाई की जाएगी.

झोलाछाप डॉक्टर ने किया 10 महिलाओं का ऑपरेशन.

Bihar: एक तरफ सरकार (Government) द्वारा स्वास्थ्य सुधार का दावा किया जा रहा है, लेकिन इन दावों की हकीकत ग्रामीण इलाकों के सरकारी अस्पतालों (Government Hospitals) में नजर आ रही है. जहां झोलाछाप डॉक्टरों के जरिए ऑपरेशन कराया जा रहा है. 

दावे के विपरीत हकीकत 
सरकार चाहे लाख दावा करे, लेकिन हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है. मामला अरवल (Arwal) जिले के करपी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है जहां 24 नवंबर को कैंप लगाकर 21 महिलाओं का बंध्याकरण के लिए ऑपरेशन किया जाना था. इसे लेकर एक सर्जन को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा नियुक्त किया गया था, लेकिन अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक (Health Manager) ने प्रियांशु क्लीनिक के नाम से निजी नर्सिंग होम (Private Nursing Home) चलाने वाले झोलाछाप डॉक्टर उपेंद्र कुमार को ऑपरेशन के लिए बुला लिया. फिर क्या था जैसे ही डॉक्टर साहब अस्पताल पहुंचे, एक के बाद एक 10 महिलाओं का सिजेरियन ऑपरेशन (Operation) कर दिया.

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ऑपरेशन थिएटर में कोई प्राइवेसी नहीं
परिजन के द्वारा बनाई गई वीडियो में साफ दिख रहा है कि दाहिने तरफ एक सर्जन महिला का ऑपरेशन कर रहे हैं, तो वहीं उनके ठीक बाएं तरफ एक झोलाछाप डॉक्टर महिला का ऑपरेशन करते नजर आ रहे हैं. इस दौरान अस्पताल के सभी स्वास्थ्यकर्मी उनके साथ दिखाई दे रहे हैं. वहीं, ऑपरेशन थिएटर (Operation Theater) बिल्कुल खुला हुआ है और किसी तरह की कोई प्राइवेसी (Privacy) नहीं है. महिलाओं का ऑपरेशन किया जा रहा है और दरवाजे-खिड़कियां खुली हुई हैं. यह महिलाओं की जिंदगी से खिलवाड़ नहीं तो और क्या है? जब वीडियो पर जी मीडिया के रिपोर्टर की नजर पड़ी और इसकी सत्यता की जांच की गई तो पता चला कि एक झोलाछाप डॉक्टर से बंध्याकरण का ऑपरेशन कराया जा रहा है.

डीएम ने कहा वीडियो की जांच कर होगी कार्रवाई 
मामला सामने आने के बाद अरवल सिविल सर्जन (Arwal Civil Surgeon) से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल में किसी अन्य डॉक्टर का इलाज करना बिल्कुल ही गलत है.आखिर इस अस्पताल में डॉक्टर कैसे पहुंचा, इसकी जांच की जाएगी. इसके अलावा, जो भी वहां सर्जन नियुक्त किए गए हैं उन पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, इस मामले में DM ने ऑफ कैमरा पर कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. इसलिए पहले वीडियो की जांच की जाएगी, तभी कुछ भी कहा जा सकता है. सरकारी अस्पताल में झोलाछाप डॉक्टर का इलाज करना दुर्भाग्यपूर्ण है और इन लोगों पर कार्रवाई होगी.

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