पुलिस ने लोगों से अफवाहों से बचने की अपील की है. हिंसा को लेकर बिहार पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जेएस गंगवार ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए दंगे कराए गए.
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Bihar Violence: बिहार में रामनवमी पर हुई हिंसा के बाद हालात बड़ी तेजी से सामान्य हो रहे हैं. रामनवमी के बाद से किसी भी इलाके में इस तरह की घटना सामने नहीं आई है. जिसके बाद अब प्रशासन भी पाबंदियों को हटाने में लगा है. इसी कड़ी नालंदा में इंटरनेट सुविधा को बहाल कर दिया गया था. हालांकि, इसके बाद एक बार फिर से अफवाह फैलाने वाले एक्टिव हो गए और माहौल को खराब करने की कोशिश की.
इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों को रविवार (9 अप्रैल) को पटना से हिरासत में लिया गया है. आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने पटना के अलग-अलग इलाकों से इन लोगों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, किन-किन लोगों की गिरफ्तारी की है, उनके नामों का खुलासा नहीं हो सका है. लेकिन इससे एक बात तो साफ हो गई कि माहौल खराब करने वाले अभी भी सुधर नहीं रहे हैं.
शाम 5 बजे तक खुलेंगी दुकानें
हिंसक झड़प के 11वें दिन बाद यानी 10 अप्रैल से मार्केट में दुकानें शाम 5 बजे तक खुलेंगी. स्कूल-कॉलेज भी शाम 4 बजे तक ही संचालित होंगे. हालांकि, कोचिंग सेंटर और ट्यूशन सेंटर अगले आदेश तक बंद ही रहेंगे. इससे पहले डीएम शुभम शुभांकर ने स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. इस बैठक में मार्केट खुलने के समय को बढ़ाने की मांग की गई थी.
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अफवाहों से दूर रहने की सलाह
पुलिस ने लोगों से अफवाहों से बचने की अपील की है. वहीं, हिंसा को लेकर बिहार पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जेएस गंगवार ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए दंगे कराए गए. उन्होंने कहा कि ईओयू की जांच में खुलासा हुआ कि व्हाट्सऐप ग्रुप के जरिए अलग-अलग समुदायों के खिलाफ लोगों में नफरत फैलाई गई. फर्जी वीडियो के जरिए भी लोगों को उकसाया गया. उन्होंने कहा कि अभी तक इस मामले में 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.