Gopalganj News: गोपालगंज में पुलिस ने कार्रवाई के दौरान महिलाओं के साथ मारपीट की और घरों में तोड़फोड़ भी की. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस की यह कार्रवाई एकतरफा और गलत थी, जिसकी वजह से पूरे गांव में तनाव का माहौल बन गया.
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गोपालगंज: गोपालगंज जिले के गोपालपुर थाना क्षेत्र के बड़हरा गांव में जमीनी विवाद को लेकर पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प का मामला सामने आया है. विवाद को सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने पथराव कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 22 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है.
झड़प की शुरुआत कैसे हुई?
घटना तब हुई जब दो पक्षों के बीच जमीनी विवाद के कारण एक युवक को बंधक बना लिया गया. युवक को छुड़ाने के लिए पुलिस गांव पहुंची, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. इसके बाद स्थिति बिगड़ गई और पुलिस ने कई ग्रामीणों पर बल प्रयोग किया.
महिलाओं पर मारपीट और तोड़फोड़ का आरोप
गांव के लोगों का आरोप है कि पुलिस ने कार्रवाई के दौरान महिलाओं के साथ मारपीट की और घरों में तोड़फोड़ भी की. ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की कार्रवाई एकतरफा और अनुचित थी, जिससे पूरे गांव में तनाव का माहौल बन गया.
थानाध्यक्ष निलंबित, एसडीपीओ ने की जांच
घटना के बाद एसपी ने गोपालपुर थाना के थानाध्यक्ष आशीष कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. एसपी के निर्देश पर सदर एसडीपीओ प्रांजल कुमार ने बड़हरा गांव का दौरा किया और स्थानीय लोगों तथा जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनीं. एसडीपीओ ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की और जांच का आश्वासन दिया.
ग्रामीणों और पुलिस दोनों की होगी जांच
एसडीपीओ प्रांजल कुमार ने बताया कि इस मामले की पूरी जांच की जा रही है. जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि घटना के दौरान पुलिस ने 22 लोगों को गिरफ्तार किया है और उन्हें जेल भेजा गया है.
गांव में शांति की अपील
वर्तमान में बड़हरा गांव में स्थिति शांतिपूर्ण है. पुलिस और प्रशासन दोनों इस मामले को सुलझाने के लिए प्रयासरत हैं. एसडीपीओ ने लोगों से आपसी विवाद को कानून के माध्यम से हल करने की अपील की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों. यह घटना पुलिस और ग्रामीणों के बीच विश्वास की कमी को दर्शाती है. प्रशासन की ओर से सख्त और निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया गया है ताकि दोषियों को सजा मिले और निर्दोषों को न्याय.
इनपुट- मदेश तिवारी
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