Maharashtra Legislative Council Elections: विधानमंडल के उच्च सदन की पांच सीट के लिए मतदान 30 जनवरी को हुआ और मतगणना गुरुवार सुबह शुरू हुई. पांच परिषद सदस्यों का छह साल का कार्यकाल (शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से तीन और स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों से दो) सात फरवरी को समाप्त हो रहा है.
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Maharashtra Legislative Council: महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. वहीं एमवीए दो सीटें जीतने में कामयाब रहा. बीजेपी को यह हार इसलिए भी ज्यादा अखरेगी क्योंकि पार्टी अपने दो बड़े नेताओं देवेंद्र फडणवी और नितिन गड़करी के गढ़ में हार का मुंह देखना पड़ा.
किस सीट से कौन जीता
बीजेपी के ज्ञानेश्वर म्हात्रे को कोंकण मंडल शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विजयी घोषित किया गया. नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी सत्यजीत तांबे विजयी रहे. उन्होंने एमवीए समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार शुभांगी पाटिल को हराया गया.
नागपुर में बीजेपी समर्थित प्रत्याशी की हार
नागपुर मंडल शिक्षक सीट पर बीजेपी समर्थित उम्मीदवार को विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के हाथों हार का सामना करना पड़ा. एमवीए समर्थित उम्मीदवार सुधाकर अडबले ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी नागोराव गनार को हराकर नागपुर शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की.
बीजेपी को नागपुर में मिली यह हार दो कारणों से बड़ी है. पहला - बीजेपी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी गनार इस सीट से मौजूदा एमएलसी हैं. दूसरा नागपुर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का गृह जिला है.
कोंकण सीट पर यह रहा नतीजा
बीजेपी उम्मीदवार म्हात्रे को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली पार्टी बालासाहेबांची शिवसेना का समर्थन प्राप्त था, जिन्होंने कोंकण सीट पर एमवीए समर्थित उम्मीदवार बलराम पाटिल को हरा दिया.
कोंकण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के परिणामों की घोषणा करने वाले रिटर्निंग ऑफिसर और डिवीजनल कमिश्नर महेंद्र कल्याणकर ने कहा कि म्हात्रे को 20,683 वोट मिले, जबकि पाटिल को 10,997 वोट मिले.
औरंगाबाद में जीता एनसीपी उम्मीदवार
औरंगाबाद शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के उम्मीदवार विक्रम काले ने जीत दर्ज की. अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी लिंगाडे बीजेपी प्रत्याशी रंजीत पाटिल से आगे चल रहे हैं.
विधानमंडल के उच्च सदन की सभी पांच सीट के लिए मतदान 30 जनवरी को हुआ और मतगणना गुरुवार सुबह शुरू हुई. पांच परिषद सदस्यों का छह साल का कार्यकाल (शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से तीन और स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों से दो) सात फरवरी को समाप्त हो रहा है.
(इनपुट - भाषा)
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