हिंद महासगर में चीन की हरकतों पर नजर रखने के लिए अहम है कैंपबेल बे, रक्षा मंत्री का दौरा क्यों है महत्वपूर्ण?
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हिंद महासगर में चीन की हरकतों पर नजर रखने के लिए अहम है कैंपबेल बे, रक्षा मंत्री का दौरा क्यों है महत्वपूर्ण?

Andaman and Nicobar Islands:  रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को ग्रेट निकोबार द्वीप की कैंपबेल खाड़ी में भारतीय नौसैना वायु स्टेशन आईएनएस बाज का दौरा किया. सिंह ने वहां सैनिकों के साथ बातचीत भी की और उनके साथ अंडमान एवं निकोबार कमान के कमांडर इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह एवीएसएम भी थे. 

हिंद महासगर में चीन की हरकतों पर नजर रखने के लिए अहम है कैंपबेल बे, रक्षा मंत्री का दौरा क्यों है महत्वपूर्ण?

Rajnath Singh News: कैंपबेल बे भारत के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के निकोबार जिले का एक गांव है. यह ग्रेट निकोबार तहसील में स्थित है. द्वीप का इंदिरा पॉइंट भारत का सबसे दक्षिणी बिंदु होने के लिए प्रसिद्ध है. कैंपबेल बे (खाड़ी) सामरिक दृष्टि से भारत के लिए बहुत अहम है. यही वजह है कि यहां पर भारत अपनी रक्षा तैयारियों को तेजी से मजबूत कर रहा है.

कैंपबेल बे और इंदिरा प्वाइंट सिक्स डिग्री शिपिंग चैनल के उत्तर की तरफ है, जिसके जरिए सिंगापुर (मलक्का) से पश्चिम तक का सभी शिपिंग ट्रैफिक गुजरता है.इसमें 80 फीसदी से अधिक चीनी शिप शामिल बताए जाते हैं. हिंद महासागर में चीनी पोतों की आवाजाही हमेशा शंका पैदा करती रही है और कैंपबेल बे से चीनी पोतों की आवाजाही पर पैनी निगाह रखी जा सकती है.

कैंपबेल बे में एयरफील्ड है जिसे और विकसित किया जा रहा है. इससे हिंद महासागर में भारत की निगरानी और पहुंच बढ़ेगी. बता दें अंडमन निकोबार द्वी में देश की एककीकृत कमान भी है. यह थल, जल, और वायु सेना की संयुक्त कमान है.

एक्ट ईस्ट नीति की दृष्टि से भी महत्पूर्ण
यह स्थान पीएम की एक्ट ईस्ट नीति और सागर नीतियों के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है. यह इंडोनेशिया से सिर्फ 166 समुद्री मील की दूरी पर स्थित है. यह समुद्र क्षेत्र में हमारे विशेष आर्थिक जोन को विस्तारित करता है.

रक्षामंत्री का अहम दौरा
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को ग्रेट निकोबार द्वीप की कैंपबेल खाड़ी में भारतीय नौसैना वायु स्टेशन आईएनएस बाज का दौरा किया. आईएनएस बाज भारतीय सशस्त्र बलों की अंडमान एवं निकोबार कमान की संयुक्त सेवाओं के अंतर्गत तैनात है.

सूत्रों ने बताया कि सिंह ने वहां सैनिकों के साथ बातचीत भी की और उनके साथ अंडमान एवं निकोबार कमान के कमांडर इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह एवीएसएम भी थे. इस क्षेत्र में सिंह की यह यात्रा और सैनिकों के साथ उनका संवाद हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के बढ़ते दबदबे की रोशनीमें अहम मानी जा रही है.

सूत्रों के अनुसार आईएनएस बाज मलक्का जलडमरूमध्य की निगरानी करता है. आईएनएस बाज भारतीय नौसेना की वायु शाखा का सभी सुविधाओं से लैस अग्रिम परिचालन आधार है. यह ग्रेट निकोबार एवं इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप के बीच सिक्स डिग्री चैनल की भी निगरानी करता है.

सिंह ने किया अंडमान और निकोबार कमान के मुख्यालय का दौरा
सिंह ने गुरुवार को पोर्ट ब्लेयर में अंडमान और निकोबार कमान के मुख्यालय का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने कमान की परिचालन संबंधी तैयारियों और क्षेत्र में बुनियादी ढ़ांचे के विकास की समीक्षा की.

रक्षामंत्री अंडमान निकोबार कमान की संचालन तैयारी की समीक्षा करने के लिए गुरुवार को पोर्ट ब्लेयर पहुंचे थे. अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान सिंह ने संपूर्ण स्थिति एवं सैन्य निगरानी का जायजा लेने के लिए अंडमान निकोबार कमान के 16 वें कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह के साथ उच्चस्तरीय बैठक की.

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