Maharani Yesubai Bhonsale: औरंगजेब अपने दौर का सबसे खूंखार बादशाह था. उसकी कई शादियां हुईं थीं. कुछ इतिहासकरों ने उसकी 12 बेगम होने का जिक्र किया था. उसे शंभाजी महाराज (Chhatrapati Sambhaji Maharaj) की धर्मपत्नी महारानी येसुबाई ने अपने युद्ध कौशल से उसकी सेना को धूल चटाकर रख दी थी.
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Chhavva Aurangzeb, Maharani Yesubai Bhonsale: बॉलीवुड प्रोड्यूसर्स और डायरेक्टर्स की नजरों में इपिक और बायोपिक हमेशा से हॉट टॉपिक यानी फेवरेट सब्जेक्ट रहा है. ताजा मिसाल 14 फरवरी को रिलीज विकी कौशल और रश्मिका मंदाना स्टारर फिल्म ‘छावा’ है, जिसने सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्स को हिलाकर रख दिया है. इस ऐतिहासिक कामयाबी के बीच मुगल एक बार फिर चर्चा/सुर्खियों में हैं. हिस्ट्री में दिलचस्पी रखने वाली पीढ़ी हो या आज की जनरेशन सब 'औरंगजेब' को खंगाल रहे है, उसके बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं, ऐसे में आइए बताते हैं उस मुगल बादशाह की कहानी जो मराठा योद्धाओं से कभी जीत नहीं पाया लेकिन उसकी गिनती उस दौर के मशहूर राजाओं और बादशाहों में होती थी.
छावा ...
छावा की कहानी छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है. फिल्म का टीजर जब रिलीज हुआ था, उस समय औरंगजेब के किरदार ने सबका ध्यान खींचा था. हालांकि, तब लोगों ने उस एक्टर को नहीं पहचाना पर बाद में जब खुलासा हुआ कि औरंगजेब के रोल में कोई और नहीं बल्कि अक्षय खन्ना हैं, तो लोग उनका ट्रांसफॉर्मेशन देख दंग थे. रश्मिका मंदाना ने संभाजी (Chhatrapati Sambhaji Maharaj) की पत्नी येसूबाई (Yesubai) का किरदार निभाया. वो विद्वान होने के साथ एक कुशल रणनीतिकार और बेहद समझदार रानी थीं.
मुगल बादशाहों की काम क्रीडा के तमाम किस्से आपने सुने होंगे. बाबर से लेकर औरंगजेब तक सब रंगरसिया थे. औरंगजेब की पर्सनल लाइफ का जिक्र हो और उससे जुड़ी खासो आम महिलाओं का नाम न लिया जाए तो आलमगीर की कहानी अधूरी रह जाती है. इनमें से कुछ के प्यार में वो खुद पागल पागल बना तो इसके उलट कुछ उसकी दीवानी थीं.
कौन था औरंगजेब?
औरंगजेब का नाम मुहिउद्दीन मोहम्मद था. शाही दरबार में उसे बड़े अदब के साथ जिल्ले इलाही बुलाया जाता था. कुछ उसे आलमगीर कहते थे. भारत पर राज करने वाला वो छठा मुगल शासक था. जिसका शासन 1658 से लेकर 1707 में उसकी मृत्यु पर्यंत तक चला. औरंगजेब ने भारतीय उपमहाद्वीप पर लगभग आधी सदी राज किया. वो अकबर के बाद सबसे अधिक समय तक राज करने वाला मुगल बादशाह था.
औरंगजेब लव लाइफ
बाकी मुगल बादशाहों की तरह औरंगजेब की कई शादियां हुईं. वैसे तो मुगल सम्राट औरंगजेब की कई पत्नियों का जिक्र मिलता है, लेकिन प्रमुखत: उनकी तीन पत्नियां थीं. मुगल बादशाह औरंगजेब की पहली पत्नी का नाम दिलरास बानो बताया जाता है. इतिहास की किताबों में यह पाया जाता है कि औरंगजेब की 2 हिन्दू पत्नियां भी थीं.
बात मुगल साम्राज्य के इतिहास की आती है और उसमें दिलरास बानो बेगम का नाम सबसे पहले आता है. वो आखिरी शक्तिशाली मुगल बादशाह औरंगजेब की पहली पत्नी थीं. दिलरास बानो एक सफवी राजवंश से थीं. वह ऊंचे घराने और खानदान से थीं. होशियार थीं इसलिए उनका नाम मुगल इतिहास की शक्तिशाली महिलाओं में गिना जाता है. कहा जाता है कि औरंगजेब की कुल 12 पत्नियां थीं, लेकिन ज़ी न्यूज़ इस तथ्य की पुष्टि नहीं करता है.
इसी तरह नवाब बाई और उदयपुरी उसकी दो हिंदू पत्नियां थीं. उदयपुरी को औरंगजेब से इतना प्रेम था कि वो उसके मरने के बाद सती होने तक को तैयार थी. उस दौर के कुछ खतों में ऐसा जिक्र है. औरंगजेब की मौत के कुछ समय बाद उदैपुरी का निधन हो गया था.
महारानी येसुबाई साहब ने चटा दी थी धूल
महारानी येसुबाई साहेब भोंसले राजनीतिक और रणनीतिक रूप से काफी कुशल थीं. जिन्होंने 1680 से 1730 तक मराठा साम्राज्य में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया. उनकी वजह से औरंगजेब अपने जीते-जी मराठा साम्राज्य न जीत पाया था.