MUDA Land Scam: मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की मुश्किलें कम नहीं हो रहीं. अब लोकायुक्त पुलिस ने सिद्धारमैया को पूछताछ के लिए छह नवंबर को बुलाया है.
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MUDA Land Scam: मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की मुश्किलें कम नहीं हो रहीं. अब लोकायुक्त पुलिस ने सिद्धारमैया को पूछताछ के लिए छह नवंबर को बुलाया है. इससे पहले लोकायुक्त पुलिस ने 25 अक्टूबर को मुख्यमंत्री की पत्नी पार्वती से पूछताछ की थी. मुख्यमंत्री की पत्नी भी इस मामले में आरोपी हैं.
MUDA जमीन घोटाले में CM सिद्धारमैया की टेंशन बढ़ी
लोकायुक्त के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘हमने उनसे (सिद्धरमैया) बुधवार सुबह पेश होने के लिये कहा है.’ सिद्धरमैया एमयूडीए द्वारा उनकी पत्नी पार्वती को 14 भूखंडों का आवंटन किए जाने में अनियमितता के आरोपों का सामना कर रहे हैं. यह आरोप लगाया गया है कि मैसुरु के एक पॉश इलाके में पार्वती को 14 ऐसे स्थल आवंटित किए गए थे, जिनका मूल्य उस भूमि की तुलना में अधिक है जिसे एमयूडीए ने ‘अधिग्रहित’ किया था.
क्या है मामला
एमूयडीए ने पार्वती को उनकी 3.16 एकड़ भूमि के बदले 50:50 अनुपात योजना के तहत भूखंड आवंटित किए थे. विवादास्पद योजना के तहत एमयूडीए ने आवासीय परिसर बनाने के लिए भूखंड छोड़ने वालों को उनसे ली गई अविकसित भूमि के बदले में 50 प्रतिशत विकसित भूमि आवंटित की थी. लोकायुक्त पुलिस ने 27 सितंबर को सिद्धरमैया, उनकी पत्नी, उनके करीबी रिश्तेदार मल्लिकार्जुन स्वामी और देवराजू नाम के एक व्यक्ति और अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. मल्लिकार्जुन स्वामी ने देवराजू से जमीन खरीदकर पार्वती को उपहार में दी थी.
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ जांच शुरू
याद दिला दें कि बेंगलुरु की एक विशेष अदालत के आदेश के बाद लोकायुक्त ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ जांच शुरू की है. उन पर आरोप है कि उन्होंने अपनी पत्नी पार्वती को MUDA (मैसूरु अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी) के जरिए 14 प्लॉट्स की अवैध तरीके से आवंटन किया. इन प्लॉट्स की कीमत 56 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इससे पहले कर्नाटक हाई कोर्ट ने राज्यपाल थावरचंद गहलोत के उस आदेश को बरकरार रखा था, जिसमें सिद्धारमैया के खिलाफ MUDA मामले में जांच की मंजूरी दी गई थी.
सिद्धारमैया की पत्नी ने लौटाए प्लॉट्स
सितंबर में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती ने MUDA कमिश्नर रघुनंदन को पत्र लिखकर 14 प्लॉट्स वापस करने की इच्छा जताई थी. उन्होंने यह कदम आरोपों के चलते उठाया. MUDA कमिश्नर ने कहा, “अगर कोई MUDA की संपत्ति लौटाना चाहता है तो हम मना नहीं करेंगे, इस पर चर्चा हो चुकी है.” 25 अक्टूबर को लोकायुक्त ने इस मामले में पार्वती से पूछताछ की, जो इस केस में दूसरे आरोपी हैं. इसके साथ ही तीसरे आरोपी मलिकार्जुन स्वामी (सिद्धारमैया के साले) और भूमि मालिक जे देवराजू से भी पूछताछ की गई.
विपक्ष पर आरोप
सिद्धारमैया ने कहा कि विपक्षी दल उनके परिवार को इस विवाद में घसीट रहे हैं. उन्होंने कहा, “मेरी पत्नी पार्वती ने वह जमीन वापस कर दी है, जो उन्हें मुआवजे के तौर पर दी गई थी. राज्य के लोग भी जानते हैं कि विपक्षी दलों ने झूठी शिकायत की है और मेरे खिलाफ राजनीतिक नफरत पैदा करने के लिए मेरे परिवार को विवाद में घसीटा है.” इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी इस जमीन आवंटन मामले में सिद्धारमैया, उनकी पत्नी पार्वती और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था. ED ने यह कार्रवाई लोकायुक्त की FIR के आधार पर की है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)