स्थानीय तीज त्यौहार पर छुट्टियां देकर, स्थानीय व्यंजनों के जरिए सीएम बघेल पहले भी छत्तीसगढ़िया अस्मिता को मजबूत करने का प्रयास कर चुके हैं.
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रुपेश गुप्ता/रायपुरः मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज एक अहम फैसला लेते हुए राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर प्रमुखता से लगाने के निर्देश दिए हैं. सीएम के इस फैसले को छत्तीसगढ़ अस्मिता से जोड़कर देखा जा रहा है. इससे पहले सीएम भूपेश बघेल ने सरकारी कार्यक्रमों की शुरुआत राज्यगीत 'अरपा पैरी के धार' के साथ करने का निर्देश दिया था. स्थानीय तीज त्यौहार पर छुट्टियां देकर, स्थानीय व्यंजनों के जरिए सीएम बघेल पहले भी छत्तीसगढ़िया अस्मिता को मजबूत करने का प्रयास कर चुके हैं.
सीएम बघेल ने अपने ट्वीट में लिखा कि "छत्तीसगढ़ का वैभव, संपन्नता हमारे किसानों से है. उनकी खुशहाली में छत्तीसगढ़ महतारी का ही आशीर्वाद है. हमने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र को सभी शासकीय कार्यक्रमों में प्रमुखता से स्थान देने का फैसला किया है. जिससे कि हमें हमारी माटी के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति का स्मरण हो सके."
छत्तीसगढ़ का वैभव, संपन्नता हमारे किसानों से है, उनकी खुशहाली में छत्तीसगढ़ महतारी का ही आशीर्वाद है ।
हमने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र को सभी शासकीय कार्यक्रमों में प्रमुखता से स्थान देने का निर्णय लिया है, जिससे कि हमें हमारी माटी के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति का स्मरण हो सके। pic.twitter.com/Tu9ju9NYW4
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) June 18, 2022
बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य को स्थानीय लोग माता का दर्जा देते हैं और छत्तीसगढ़ महतारी कहकर संबोधित करते हैं. राज्य के कुरूद में छत्तीसगढ़ महतारी का एक मंदिर भी है.