अगर आप फोटो में दिए गए अनुबंध पत्र को गौर से पढ़ेंगे तो हैरान रह जाएंगे. एक-एक पॉइंट पढ़कर आपको एहसास होगा कि किस तरह एक-एक कर लोकतंत्र को का खात्मा किया जा रहा है. यह अजीबोगरीब मामला मध्य प्रदेश के नीमच जिले से सामने आया है...
Trending Photos
Madhya Pradesh News: नीमच जिले के जावद जनपद पंचायत के सीईओ आकाश धारवे के अपहरण और ब्लैकमेलिंग का मामला शांत भी नहीं हो पाया कि जिले से ही एक और अजीबोगरीब, हैरान करने वाला और लोकतंत्र को ठेंगा दिखाने जैसा मामला सामने आया है. मनासा के दांता ग्राम पंचायत की सरपंच कैलाशी बाई ने अपने पद के सभी अधिकार एक अनुबंध के जरिए अन्य व्यक्ति को सौंप दिए. जिस व्यक्ति को सरपंची के अधिकार सौंपे गए हैं, उसका नाम सुरेश है और वह भी गांव का ही रहने वाला है.
अनुबंध पत्र में कैलाशीबाई ने सुरेश को अपना प्रतिनिधि घोषित किया है. उसमें लिखा है जहां भी सुरेश कहेगा, वहां कैलाश बाई हस्ताक्षर कर देगी. अब लोकतंत्र से खिलवाड़ करने वाले इस अनुबंध पत्र पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. क्या कोई जनता का चुना हुआ जनप्रतिनिधि इस तरह से पद को ठेके पर कैसे दे सकता है. यह अनुबंध पत्र सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है. अपडेट जारी है...