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Punjab gangster's nexus with ISI: पंजाब में बार-बार सरेआम कत्ल क्या सिर्फ गैंगवार या रंजिश का नतीजा हैं. खुफिया एजेंसियां ऐसा नहीं मानतीं. खुफिया एजेंसियों को अंदेशा है कि पंजाब में सेलिब्रिटीज की हत्या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है जिसको अंजाम देने के लिए गैंगस्टर्स और उनकी आपसी रंजिश को मोहरा भर बनाया जा रहा है.
पंजाब में जनवरी से मार्च के दौरान सिर्फ 100 दिनों में 158 हत्याएं हो चुकी हैं. पंजाब डीजीपी ने दावा किया था कि 545 गैंगस्टरों की पहचान की गई है. जरा सोचिए दो करोड़ की आबादी वाले पंजाब में अगर पुलिस रिकॉर्ड पर 545 गैंगस्टर हैं तो हालात क्या हैं. क्योंकि गैंगस्टरों से कई गुना ज्यादा संख्या उनके गुर्गों की होती है. इसी हालात का फायदा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई उठा रही है.
विभिन्न घटनाएं खुफिया एजेंसियों की आशंकाओं को पुख्ता करती हैं. पुलिस की मानें तो दुबई में बैठे गैंगस्टर गौरव पटियाल ने चंडीगढ़ के इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित नाइट क्लब के बाहर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के करीबी सोपू नेता गुरलाल बराड़ की हत्या करवाई थी. अगस्त 2021 में रोमानिया में बैठे गैंगस्टर विक्की पडियाल ने मोहाली में यूथ अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या करवा दी.
10 अक्टूबर 2020 की रात गैंगस्टर लॉरेंस के करीबी सोपू नेता गुरलाल की हत्या के बाद गैंगस्टर देवेंदर बंबीहा ग्रुप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. इसमें लिखा था कि अपने साथी की हत्या का बदला लेने के लिए लॉरेंस बिश्नोई को सबक सिखाने को गुरलाल को मारा है.
अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला पंजाब के मोगा जिले का निवासी है. वह गैंगस्टर था जो आगे चलकर आतंकी बन गया. पंजाब से भागकर कनाडा को अपना ठिकाना बना चुका अर्शदीप हाल के दिनों में कई गैंगस्टर और आतंकी गतिविधियों में भी शामिल रहा है. पंजाब पुलिस पहले ही अर्श डल्ला से जुड़े कई मॉड्यूल का खुलासा कर उसके करीबी सहयोगियों को गिरफ्तार कर चुकी है.
एनआईए की 10 जून 2021 को दर्ज एफआईआर नंबर आरसी10/2021/NIA/DLI के मुताबिक फिरोजपुर, मोगा और बरनाला के गैंगस्टरों को कनाडा में खलिस्तान टाइगर फोर्स के मुखिया हरदीप सिंह निज्जर ने कनाडा में शरण दिलवाई. इन्हीं के जरिए पंजाब में टारगेट किलिंग के सहारे सांप्रादायिक माहौल को बिगाड़ने की कोशिश भी की गई.
सूत्रों की मानें तो इस समय पंजाब के करीब आधा दर्जन गैंगस्टर विदेशो में जा छिपे हैं और ये लोग आईएसआई और पाक बेस्ड आतंकियों के लिए काम कर रहे हैं. पिछले साल सितंबर से दिसंबर तक पंजाब में हुए 6 बम ब्लास्ट, टारगेट किलिंग और करोड़ों रुपये की ड्रग्स तस्करी में स्मगलर, गैंगस्टर और आतंकियों के गठजोड़ की बात सामने आ चुकी है.
पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह के मुताबिक पंजाब में 70 गिरोह के 500 बदमाश हैं जिनमें से 300 जेलों में हैं. लेकिन जेल में रहकर ही आपराधिक साम्राज्य का संचालन कर रहे हैं. पंजाब के वारदातो में अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल आईएसआई की ओर ही संकेत करता है.
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक पंजाब में इस वक्त 1 दर्जन से ज्यादा गैंग सक्रिय हैं जिनमें से विदेश में आधा दर्जन बसे हैं. इनके सदस्यों को आईएसआई की ओर से मदद पहुंचाई जा रही है. खुफिया एजेंसियों को यह भी आशंका है कि हरेक गैंगस्टर से अलग-अलग काम लिया जा रहा है. जैसे हरविंदर सिंह रिंदा को आतंक का सामान पहुंचाने और लाने के अलावा युवाओं को बरगलाने का काम लिया जा रहा है. करनाल में हथियारो के साथ पकड़े गए चार लोगों से पूछताछ में भी इस बात की पुष्टि हुई है. रिंदा के गैंग में करीब 22 सदस्य हैं. ये सभी रिंदा के वफादार माने जाते हैं. जी न्यूज के पास रिंदा का सरकारी डोजियर भी है जिसमें उसके और उसके साथियों बारे में सारी जानकारी दी गई है.
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सिद्धू मूसेवाला हत्या मामले में गोल्डी बरार का नाम सामने आ चुका है. गोल्डी कनाडा में है और लारेंस विश्नोई का दायां हाथ माना जाता है. खुफिया एजेंसियों को अंदेशा है कि आईएसआई ने इन गैंगस्टरों को साधा है ताकि काश्मीर में फेल हो रही योजनाएं पंजाब में कामयाब हो सकें. इसके लिए उन खलिस्तान समर्थक आतंकियों की मदद ली जा रही है जो विदेशों में छिपकर बैठे हैं. आईएएसआई की ओर से विदेशी गैंग मेंबर्स को मदद पहुंचाने का तरीका है ड्रोन के जरिए हथियार की सप्लाई करना, हवाला के जरिए पैसा भेजना.
पिछले 4 महीनों में पंजाब स्थित भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर आधा दर्जन से ज्यादा ड्रोन मार गिराने की वारदात हुई हैं जिन्हें पाकिस्तान की ओर से भारत भेजा जा रहा था, उनकी जांच में ये खुलासा हुआ है. इनमें से ज्यादातर ड्रोन क्वार्डाकाप्टर हैं जो बेहद हल्के हैं और करीब 20 किलो का वजन उठा सकते हैं.
खुफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक आतंकी संगठनों के साथ-साथ पंजाब में बैठे विदेशी गैंग के सदस्य ऐसी खेप के सबसे बड़े रिसीवर हैं. इसीलिए पिछले कुछ महीनों में बॉर्डर पर ड्रोन मंडराने की घटना बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं. सिक्योरिटी एक्सपर्ट जितेंद्र कुमार ओझा कहते हैं कि देश की सुरक्षा एजेंसियों को आक्रामक होने की जरूरत है.
पंजाब इंटेलिजेंस ने सुरक्षा एजेंसियों और सतर्कता विभाग से जो इनपुट साझा किया है उसमें 5 देशों में बैठे 6 आतंकियों के नाम भी शेयर किए गए हैं. इन आतंकियों में से 3 अमेरिका, जर्मनी और कनाडा में हैं जबकि दो पाकिस्तान और एक बेल्जियम से साजिश रच रहा है. पाक बेस्ड खलिस्तानी आतंकी संगठन आईएसआई की मदद से लोकल गैंगस्टरों को विदेशो में शरण भी दिलवा रहे हैं. ये गैंगस्टर और स्मगलर मुफ्त में बढ़िया क्वालिटी की पिस्टल और लाखों रुपये की मुफ्त ड्रग्स के लालच में इस नार्कोटेररिज्म का हिस्सा बन रहे हैं.
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