Alwar News: अकबरपुर क्षेत्र में लाल प्याज की खेती के लिए प्याज का बीज तैयार करने में किसान खेतों में जुट गया है.
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Alwar News: किसानों के लिए मोटा मुनाफा देने वाली लाल प्याज की फसल देखा जाए तो अलवर में मुख्य फसल बनती जा रही है. जिसमें प्याज की खेती वर्ष भर तक चलती है.जहां किसान अब प्याज की खेती करने के लिए (कण ) प्याज का बीज तैयार करने में जुट गए हैं. प्याज का बीज 3 महीने में तैयार हो जाता है.
जहां लगभग जून महीने में जाकर प्याज की गठीयां तैयार हो जाती है. फिर अन्नदाता खेतों से इन्हे उखाड़ कर प्याज के बीज को अपने घरों में ले जाते हैं और मचान बनाकर घरों में सुखाते हैं. कमरों के अंदर भी या इनको गुच्छा बांधकर घरों में लटका देते हैं . 3 महीने में यह प्याज का बीज सुख कर तैयार हो जाता है.
बरसात से बचाने के लिए इनके लिए पंखे व कूलर तक लगते हैं, जिससे की बरसात व उमस गलन से बचाया जा सके. प्याज का बीज सुखकर और लगाने के लिए तैयार हो जाता है. किसान को बड़ी मेहनत करनी पड़ती है तब जाकर बीज तैयार होता है.
किसान सोकीन ,गजेंद्र यादव, हरगोविंद का कहना है कि प्याज का बीज मोटी लागत से लगाया जाता है .देखा जाए तो लगभग एक बीघा में 50 हजार रुपये तक का खर्चा आ जाता है . अब भाव भी बीज का महंगा हो गया है. जहां पहले 1 किलो प्याज का कण 1650 रुपये तक था.
अब 2600 से 2700 के करीब मिल रहा है. अलग से मजदूरी और खाद दवाइयां का भी खर्च हो जाता है. किसान का पूरा परिवार भरी गर्मी में बड़ी मेहनत करनी पड़ती है. अगस्त माह के पहले सप्ताह में फिर प्याज की खेती की बुवाई की जाती है. दीपावली तक मंडी में ले जाते हैं. जहां किसान अच्छी भाव की उम्मीद से ही प्याज की खेती करते हैं.