Rajasthan Crime: राजस्थान के अलवर में गैंगरेप मामले में पांचवें नाबालिग आरोपी को न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. वहीं, पहली बार देश में दुष्कर्म पीड़िता महिला को सीधे पुलिस में सरकारी नौकरी प्रदेश सरकार द्वारा दी गई.
Trending Photos
Rajasthan Crime: अलवर जिले के बहु चर्चित थानागाजी गैंगरेप मामले में पांचवें नाबालिग आरोपी को न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. इस मामले में चार आरोपियों को पहले ही आजीवन कारावास की सजा मिल चुकी है. एससी एसटी न्यायालय ने मामले में पांचवें आरोपी को लेकर बहस चल रही थी. डीएनए रिपोर्ट और गवाहों की गवाही के आधार पर न्यायालय ने नाबालिग आरोपी को भी दोषी मानते हुए सजा सुनाई है.
एससी/एसटी न्यायालय के विशेष लोक अभियोजन योगेंद्र सिंह खटाना ने बताया चार आरोपियों को पहले ही उम्र कैद की सजा मिल चुकी है. पांचवा आरोपी नाबालिक था. उस मामले में एससी एसटी विशेष न्यायालय में मामले की सुनवाई चली.
इस मामले में आज न्यायालय ने अहम फैसला सुनाते हुए आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. विशिष्ट लोग अभियोजन ने बताया कि इस मामले में डीएनए रिपोर्ट व साक्ष्य के आधार पर नाबालिग को दोषी माना गया. अभियोजन पक्ष की तरफ से न्यायालय में 31 गवाह पेश किए गए.
साथ ही दस्तावेज भी पेश किए गए थे. पीड़िता से आरोपियों की शिनाख्त करवाई गई थी. इस मामले में अब सभी आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा मिल चुकी है. यह मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बना. कांग्रेस के नेता राहुल गांधी थानागाजी पहुंचे तो इस मुद्दे पर जमकर राजनीति हुई. पहली बार देश में दुष्कर्म पीड़िता महिला को सीधे पुलिस में सरकारी नौकरी प्रदेश सरकार द्वारा दी गई.
वहीं, चूरू की सरदारशहर पुलिस ने ग्रामीण क्षेत्र की नाबालिग के साथ दुष्कर्म के एक संगीन मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए 18 वर्षीय आरोपी को बीकानेर जिला से गिरफ्तार कर लिया है. थानाधिकारी मदनलाल बिश्नोई के निर्देशन पर हेड कांस्टेबल प्रताप सिंह द्वारा की गई कार्रवाई में बीकानेर जिला निवासी 18 वर्षीय डुंगरराम उर्फ दिवांशु मेघवाल को गिरफ्तार गया है.
मामले के अनुसार 16 जनवरी को बीकानेर जिला निवासी डुंगरराम उर्फ दिवांशु सरदारशहर के ग्रामीण क्षेत्र की एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया. पीड़िता के पिता की शिकायत पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की.
पुलिस टीमों ने क्षेत्र के विभिन्न सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच कर आरोपी का पता लगाया. मामले में नाबालिग लड़की और आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया. इस कार्रवाई में हेड कांस्टेबल प्रतापसिंह की विशेष भूमिका रही.