Happy Mother’s Day Wishes: मेरी ख़्वाहिश है कि मैं फिर से फ़रिश्ता हो जाऊं.... इन प्यार भरी शायरी, कोट्स और मैसेजेस को भेज मां पर लुटाएं प्यार
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1695072

Happy Mother’s Day Wishes: मेरी ख़्वाहिश है कि मैं फिर से फ़रिश्ता हो जाऊं.... इन प्यार भरी शायरी, कोट्स और मैसेजेस को भेज मां पर लुटाएं प्यार

Happy Mother’s Day wishes in Hindi: मां के प्यार को  शब्दों में ब्यान करने की बात आती है तो मुन्नवर राणा से बेहतर उसे कोई नहीं बता सकता है. तो चलिए आज इस मदर्स डे के खास मौके पर  मुन्नवर राणा  की शायरी के लफ्जों से मां के लिए कुछ तारीफे सबको भेजे और मां के त्याग को ब्यान करे.

 Happy Mother’s Day Wishes: मेरी ख़्वाहिश है कि मैं फिर से फ़रिश्ता हो जाऊं.... इन प्यार भरी शायरी, कोट्स और मैसेजेस को भेज मां पर लुटाएं प्यार

Happy Mother’s Days Wishes in Hindi, Quotes, Shayari:  मां धरती पर एक अनमोल तोहफा है. भगवान हर समय, हर जगह मौजूद नहीं रह सकता इसलिए उसने मां बनाई, जिससे मां की छाया में बच्चे को सुरक्षित जीवन मिल सके.  वह अपनी संतान को नो महीने अपनी कोख में रखती है और जब तक वह उसे दुनिया में अपने पैरों पर चलना नहीं सिखा देती तब तक उसके साथ कदमताल करती हुई चलती है. 

बच्चा कितनी दूर क्यों न हो लेकिन उसे होने वाली हर मुसीबत को वह समझ जाती है. उसके लाड़ले या लाड़ली का रूंधा गला, सूजी आंखे, तमतमाया चेहरा, भर्राई आवाज उसे बता देती है कि सात समंदर पार या उसके पास बैठे, उसके बच्चे के दिल में क्या चल रहा है. 
वह अपनी उम्र लगा देती है अपने बच्चे के जीवन को संवारने के लिए . और बच्चे उसके  त्याग के लिए सदैव ऋणी रह जाते है. मां का कर्ज तो उसकी संतान कभी चुका नहीं सकती लेकिन कुछ शब्दों से वह उसे इस त्याग को ब्यान जरूर कर सकती है. और जब मां के प्यार को  शब्दों में ब्यान करने की बात आती है तो मुन्नवर राणा से बेहतर उसे कोई नहीं बता सकता है. तो चलिए आज इस मदर्स डे के खास मौके पर  मुन्नवर राणा  की शायरी के लफ्जों से मां के लिए कुछ तारीफे सबको भेजे और मां के त्याग को ब्यान करे.

छू नहीं सकती मौत भी आसानी से इसको
यह बच्चा अभी माँ की दुआ ओढ़े हुए है

यूँ तो अब उसको सुझाई नहीं देता लेकिन
माँ अभी तक मेरे चेहरे को पढ़ा करती है

लबों पे उसके कभी बददुआ नहीं होती
बस एक माँ है जो मुझसे ख़फ़ा नहीं होती 

मेरी ख़्वाहिश है कि मैं फिर से फ़रिश्ता हो जाऊँ
माँ से इस तरह लिपट जाऊँ कि बच्चा हो जाऊँ

घेर लेने को जब भी बलाएँ आ गईं
ढाल बनकर माँ की दुआएँ आ गईं

मुझे तो सच्ची यही एक बात लगती है
कि माँ के साए में रहिए तो रात लगती है

Trending news