Dungarpur News: भाई ने किया ईमित्र संचालक के खाते का साइबर ठगी के लिए उपयोग
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Dungarpur News: भाई ने किया ईमित्र संचालक के खाते का साइबर ठगी के लिए उपयोग

Dungarpur News: प्रतापनगर निवासी प्रदीप ने अपने साथियों के साथ मिलकर बिलड़ी निवासी अनिल के खाते में 11 लाख रुपये की फर्जी ट्रांजेक्शन करवाई. अनिल ने इस रकम में से अधिकांश हिस्सा प्रदीप को दे दिया. बाद में पता चला कि यह रकम साइबर ठगी से आई थी और सभी के खाते फ्रिज हो गए. प्रदीप और उसके साथी अब फरार हैं और पीड़ित ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज करवाई है.

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Rajasthan News: मामले के अनुसार डूंगरपुर शहर की प्रतापनगर कॉलोनी में रहने वाले एक प्रदीप पुत्र राजेंद्र कलाल ने अपने साथी बिलड़ी निवासी भावेश पुत्र गणपत कलाल और झोथरी निवासी कुलदीप पुत्र हैमेंद्र कलाल के साथ मिलकर ठगी को अंजाम दिया है. बिलड़ी निवासी ई मित्र संचालक अनिल कलाल ने बताया कि उसका चचेरे भाई भावेश 5 जनवरी को उसके पास आकर बोला कि उसके कही से पैसे आने वाले हैं लेकिन उसका और पत्नी का खाता बंद है.

भावेश ने अनिल से उसके बैंक खाते का क्यू आर कोड देने को कहा. इस पर अनिल ने व्हाट्सएप पर क्यू आर भेज दिया. दो दिन बाद बैंक खाते में अलग अलग ट्रांजेक्शन से करीब 11 लाख रूपये जमा हो गए. जिसे नगद लेने के लिए भावेश के कहने पर झोथरी निवासी कुलदीप आया . अनिल के पास एक ही चेक था ऐसे में अनिल ने बैंक जाकर चार लाख 15 हजार रुपए निकाल कर दे दिए. लेकिन कुलदीप ने पूरे पैसे देने का दबाव बनाया तो अनिल ने उसकी मां और दोस्त के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कर के करीब आठ लाख 15 हजार रुपए नगद लाकर कुलदीप को दे दिए. साथ ही शेष रकम अगले दिन बैंक से निकाल कर देने की बात कही थी.

अगले दिन सुबह अनिल को बैंक से जानकारी मिली कि उसके बैंक खाते में साइबर ठगी को रकम ट्रांसफर की गई थी और इस कारण खाता फ्रिज कर दिया गया है. कुछ देर में उसे पता चला कि उसकी मां और दोस्त के बैंक खाते भी फ्रिज कर दिए गए है. अनिल ने इस पर पूछताछ भावेश से की तो उसने जानकारी देने से आनाकानी की . बाद में जब अनिल ने लाखो रुपए ले जाने वाले कुलदीप से पूछा तो उसने बताया कि जो रकम अनिल ने उसे दी थी वो उसने प्रतापनगर निवासी प्रदीप कलाल के कहने पर उसकी मां बबीता को जाकर दी थी.

जब इस बारे में प्रदीप से पूछताछ की तो उसने धमकाया कि कोई शिकायत की तो उसे ठिकाने लगवा देगा. इसके बाद से तीनों ठग फरार है. परेशान होकर पीड़ित अनिल ने मामले की शिकायत साइबर थाने में की. साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

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