न्यायिक प्रक्रिया में अटकी 19 करोड़ की शहरी पेयजल योजना, बस्सी शहर को गति मिलने की है आस
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न्यायिक प्रक्रिया में अटकी 19 करोड़ की शहरी पेयजल योजना, बस्सी शहर को गति मिलने की है आस

बस्सी शहर में न्यायिक प्रक्रिया में अटकी 19 करोड़ की शहरी पेयजल योजना को अब गति मिलने की आस है. विभागीय अधिकारी को सहमति पत्र लिख कर दिया है कि वह इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं चाहता है. 

शहर की पेयजल योजना.

Jaipur News: बस्सी शहर की 35 हजार की आबादी में विभाग करीब 20 लाख लीटर पानी प्रतिदिन उत्पादन बता रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि इतने पानी का उत्पादन हो ही नहीं रहा है. शहरी इलाके में एक व्यक्ति को एक दिन में 70 लीटर पानी की जरूरत होती है. ऐसे में पूरे शहर को प्रतिदिन 24 लाख 50 हजार लीटर पानी की जरूरत है. प्रतिदिन बीसलपुर परियोजना से करीब 6 लाख लीटर पानी मिलता है और शेष 14 लाख लीटर पारी 33 ट्यूबवेलों सें मिलता है जबकि इतने पानी का उत्पादन केवल कागजों में ही हो रहा है.

बस्सी शहर में न्यायिक प्रक्रिया में अटकी 19 करोड़ की शहरी पेयजल योजना को अब गति मिलने की आस है. जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जिस संवेदक ने अपने को टेण्डर प्रक्रिया से बाहर करने पर न्यायालय में स्थगन आदेश लिया था, अब उसने विभागीय अधिकारी को सहमति पत्र लिख कर दिया है कि वह इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं चाहता है. हालांकि अभी न्यायिक कर्मचारियों की हड़ताल से पत्र फाइल में नहीं लग पाया, लेकिन ज्योंही न्यायिक प्रक्रिया शुरू होगी, तभी संवदेक द्वारा विभाग को दिया सहमति पत्र न्यायालय में पेश किया जाएगा, उसके बाद इस योजना को गति मिल सकेगी. इसके बाद शहर की पेयजल योजना का काम शुरू हो जाएगा. 

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इससे बस्सी वासियों की ग्रामीण योजना से शहरीकरण योजना में बदलाव होने के बाद भरपूर पानी मिलने का सपना साकार हो जाएगा. जानकारी के अनुसार सरकार ने फरवरी 2022 में बजट में बस्सी शहर की ग्रामीण योजना को शहरीकरण में बदल कर 7 टंकियों का निर्माण कर पाइप लाइन बिछाने के लिए 19 करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी की थी. इस योजना में एक बार को टेण्डर जारी भी गए थे, लेकिन एक संवेदक ने न्यायालय पहुंच कर इस योजना पर स्थगन आदेश जारी करवा दिया था.

ये निर्माण होना था.....

बस्सी के लिए बजट में 19 करोड़ रुपए की जो घोषणा की थी, जिसमें शहरी जल योजना में बस्सी नगरपालिका इलाके में 7 उच्च जलाशय (ऊंची टंकियां) व पम्प हाउस के समीप पानी स्टोर के लिए 3 जलाशय बनाने एवं पाइप लाइन बिछाने की योजना थी.

बस्सी शहर की 35 हजार की आबादी में विभाग करीब 20 लाख लीटर पानी प्रतिदिन उत्पादन बता रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि इतने पानी का उत्पादन हो ही नहीं रहा है. शहरी इलाके में एक व्यक्ति को एक दिन में 70 लीटर पानी की जरूरत होती है. ऐसे में पूरे शहर को प्रतिदिन 24 लाख 50 हजार लीटर पानी की जरूरत है. प्रतिदिन बीसलपुर परियोजना से करीब 6 लाख लीटर पानी मिलता है और शेष 14 लाख लीटर पारी 33 ट्यूबवैलों सें मिलता है. जबकि इतने पानी का उत्पादन केवल कागजों में ही हो रहा है.

वर्तमान स्थिति......

● पानी का प्रतिदिन उत्पादन - 20 लाख लीटर.....

● बस्सी में पानी उत्पादन के स्रोत ● 5 लाख लीटर बीसलपुर परियोजना

● बस्सी में ट्यूबवैल से पानी उत्पादन 15 लाख लीटर....

● शहर में पानी के कनेक्शन - 3227......

विभाग के जिस संवेदक ने अपने को टेण्डर प्रक्रिया से बाहर होने का दावा न्यायालय में पेश कर योजना पर स्थगन आदेश लिए थे, अब उसने कोई कार्रवाई नहीं करने के लिए विभाग को पत्र लिख दिया है. न्यायालय की आगामी तारीख को पत्र न्यायालय में पेश कर दिया जाएगा. इसके बाद कार्य को गति दी जाएगी.

Reporter- Amit Yadav

 

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