Jaipur News: राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ सियासत भी दिनों-दिन गरमाती जा रही है. अगामी महीनों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सत्ता को लेकर अभियान और टकराव दोनों देखने को मिल सकता है.
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Jaipur: दिसंबर का महीना ज्यों–ज्यों पास आ रहा है वैसे–वैसे ही राजस्थान में सियासी संग्राम की जाजम पर चाले तेज हो रही हैं. अगस्त का महीना भी सियासी नजरिए से खासा हलचल भरा दिखेगा. जहां नए महीने के पहले दिन राजधानी जयपुर में बीजेपी एक बार फिर सचिवालय का घेराव करेगी तो उधर अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस पर राहुल गांधी कांग्रेस के चुनावी अभियान का आगाज करेंगे.
9 अगस्त को आदिवासियों के सम्मान के प्रतीक मानगढ़ धाम से राहुल गांधी की सभा के साथ कांग्रेस का चुनाव अभियान शुरू होगा. भले ही पिछली बार प्रदेश के दक्षिणी हिस्से की आदिवासी सीटों पर कांग्रेस मजबूत उपस्थिति नहीं दर्ज करा पाई, लेकिन अपने आप को आदिवासी हितों की पैरोकार बताने वाली कांग्रेस पार्टी अबकी बार के चुनावी अभियान का आगाज जनजाति क्षेत्र से ही करने का मन बना चुकी है.
यूं तो अगस्त का महीना अगस्त क्रांति के लिए मशहूर है. लेकिन राजस्थान में इस बार अगस्त में राजनीतिक पार्टियों के बीच बयानों, प्रदर्शन और चुनावी अभियान की क्रांति ज्यादा दिखेगी. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही अपने-अपने अभियान को रफ्तार देंगी. राहुल गांधी अगस्त में आदिवासियों के बीच दिखेंगे. लेकिन उससे पहले एक अगस्त को बीजेपी राजधानी में सचिवालय का घेराव करते हुए 'नहीं सहेगा राजस्थान' अभियान को चरम पर ले जाने की कोशिश करेगी.
बीजेपी भरेगी जोश
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सत्ताधारी कांग्रेस को घेरते हुए बीजेपी अपने हरावल दस्ते में जोश भरेगी. तो उधर कांग्रेस नेता और एआईसीसी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आदिवासियों के बीच दिखेंगे. वागड़ और मेवाड़ की आदिवासी बहुल 16 विधानसभा सीटों और कुल 19 सीटों को साधते हुए आदिवासियों के मानगढ़ धाम से राहुल गांधी कांग्रेस के चुनावी अभियान का शंखनाद करेंगे. पीसीसी चीफ गोविन्द डोटासरा ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस. यानि 9 अगस्त के दिन मानगढ़ धाम में राहुल गांधी की बड़ी सभा होगी. डोटासरा ने कहा कि भले ही पीएम मोदी ने मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा नहीं दिया. लेकिन राजस्थान सरकार की तरफ़ से सीएम अशोक गहलोत आदिवासियों को बड़ी सौगात दे सकते हैं.
बीजेपी के निशाने पर राहुल गांधी
इससे पहले भी राहुल गांधी और कांग्रेस के बड़े नेता वागड़ में आते रहे हैं, लेकिन पहले की अधिकांश सभाएं बेणेश्वर धाम में हुई हैं. यह पहला मौका होगा जब राहुल गांधी मानगढ़ धाम से आदिवासियों को सम्बोधित करेंगे. उधर राहुल गांधी के दौरे से पहले ही कांग्रेस पार्टी और उसके नेता बीजेपी के निशाने पर हैं. बीजेपी प्रवक्ता राज्यवर्धन राठौड़ बोले कि राहुल गांधी सिर्फ सेल्फी खिंचवाएंगे. तो उधर सांसद दीया कुमारी पीएम मोदी की रैली के बाद कांग्रेस को डिफेन्सिव मोड पर बता रही है. बहरहाल कांग्रेस-बीजेपी में चुनावी अभियान को रफ्तार देने की तैयारी हो रही है. लेकिन जनता की नज़र मूल मुद्दों पर भी है. यह जानना चाहते हैं कि जनता के मुद्दों की बात कौन कर रहा है. और कौन उन पर ध्यान दे रहा है? बहरहाल कोशिश दोनों की यही रहेगी कि, माहौल अपने पक्ष में किया जाए.
उदयपुर-वागड़ की 19 सीटों पर राहुल गांधी की सभा का असर