Kamda Ekadashi 2023: कामदा एकादशी करीब100 सालों बाद महासंयोग बना है. यह व्रत सुख समृद्धि लक्ष्मी वृद्धि के लिए किया जाता है. इस कामदा एकादशी ये महाउपाय कर भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी को प्रसन्न करें.
Trending Photos
Kamda Ekadashi 2023: कामदा एकादशी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पर पड़ता है, जो आमतौर पर मार्च या अप्रैल में पड़ता है. यह पूरे भारत वर्ष के कई हिस्सों में हिंदुओं द्वारा बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है. यह एकादशी हिंदू नववर्ष की पहली एकादशी कहलाती है. यह व्रत भगवान विष्णु के लिए रखा जाता है. कामदा एकादशी करीब100 सालों बाद महासंयोग बना है. यह व्रत सुख समृद्धि लक्ष्मी वृद्धि के लिए किया जाता है. इस कामदा एकादशी ये महाउपाय कर भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी को प्रसन्न करें.
इस दिन, भक्त उपवास रख भगवान विष्णु की पूजा करते हैं. ऐसा माना जाता है कि कामदा एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति के जीवन में शांति, समृद्धि और खुशियां आती हैं. अगले दिन (द्वादशी) प्रार्थना करने और गरीबों और जरूरतमंदों को दान देने के बाद व्रत तोड़ा जाता है.
यदि आप व्रत रख रहे हैं, तो कामदा एकादशी से जुड़े विशिष्ट अनुष्ठानों और रीति-रिवाजों के बारे में जानने के लिए हम आपको बताने जा रहे है.
कामदा एकादशी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो चैत्र के हिंदू चंद्र महीने के ग्यारहवें दिन (एकादशी) पर पड़ता है, जो आमतौर पर मार्च या अप्रैल में पड़ता है. लेकिन इस साल कामदा एकादशी का व्रत 1 और 2 अप्रैल दोनों दिन रखा जाएगा. इसे लेकर लोगों में संशय की स्थिति बनी हुई है. हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र शुक्ल एकादशी तिथि 1 अप्रैल 2023 को प्रात: 01 बजकर 58 मिनट पर प्रारंभ होगी और अगले दिन 02 अप्रैल 2023 को सुबह 04 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में जानते है कि कामदा एकादशी का किस दिन व्रत रखें जिससे ये फलदायी साबित हो.
ये भी पढ़ें- कल से इन राशियों के लिए अलर्ट, गुरु अस्त होकर बढ़ाने वाले हैं परेशानी
शास्त्रों और पंडितों के कथानुसार जब एकादशी व्रत लगातार दो दिनों के लिए हो तो ऐसे में जो गृहस्थ जीवन जाने वाले है वैसे लोगों को पहले दिन की एकादशी का व्रत करना चाहिए. वहीं संत समाज, साधुओं और वैष्णव संप्रदाय के लोग दूसरे दिन का एकादशी व्रत रखेगें. ऐसे में आमजनों को लिए 1 अप्रैल 2023 को कामदा एकादशी का व्रत रखना फलदायी होगा. वहीं साधु सामाज और वैष्णव संप्रदाय के लोग 2 अप्रैल को ये व्रत रखेंगे
कामदा एकादशी (1 अप्रैल 2023) - गृहस्थ जीवन वाले 1 अप्रैल 2023 को व्रत रखेंगे और 2 अप्रैल 2023 को दोपहर 01 बजकर 40 मिनट से शाम 4 बजकर 10 मिनट तक व्रत पारण कर सकते हैं.
कामदा एकादशी (2 अप्रैल 2023) - साधु-संत व वैष्णव संप्रदाय 2 अप्रैल 2023 को व्रत रखेंगे और 3 अप्रैल 2023 को सुबह 06 बजकर 09 मिनट से सुबह 06 बजकर 24 तक व्रत का पारण करेंगे.
कामदा एकादशी के दिन क्या करें और क्या ना करें (Kamada Ekadashi Puja)
कामदा एकादशी का व्रत वाले लोगों को प्रात:काल उठकर स्नान-ध्यान करने के बाद सबसे पहले भगवान सूर्य को तांबे के लोटे से जल दे. इसके बाद भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर को गंगाजल से स्नान कराने के बाद पीले वस्त्र, पीले फूल, पीली मिठाई आदि अर्पित करें. इसके बाद गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाकर एकादशी की व्रत कथा पढ़ें. इसके बाद श्रीहरि और माता लक्ष्मी का भक्तिपूर्वक आरती गायक करें.
एकादशी का व्रत रखने वाले साधक को दिन में नहीं सोना चाहिए. इस दिनभगवान विष्णु के मन्त्र ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ का यथासंभव जप या फिर विष्णुसहस्रनाम का श्रवण या पाठ करना चाहिए. इस दिन गुस्सा ना करें. झूठ ना बोलें और भगवान श्रीविष्णु में मन लगाएं. ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम: का कम से कम 11 माला का जाप करें. भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होगी.