Kota RTU Case: राजस्थान के कोटा में आरटीयू मामले में बड़ा खुलासा हुआ है, एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार बिचौलियों के जरिए ब्लैकमेलिंग का पूरा नेक्सेस बिछा रखा था. पीड़िता ने कैमरे के सामने आकर इस पूरे मामले का खुलासा कर दिया है. कैसे और कब ब्लैकमेलिंग की स्क्रिप्ट लिखी जाती थी ये सब अब सामने आ गया है.
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Kota RTU Case: राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी (RTU) का एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार बिचौलियों के जरिए स्टूडेंट्स को झांसे में लेने के लिए ब्लैकमेल करता था. साथ ही महंगे-महंगे गिफ्ट देने का लालच भी देता था. प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत देने वाली पीड़ित स्टूडेंट अब खुद सामने आयी हैं.
कोटा आरटीयू मामले में की पीड़िता ने एसोसिएट प्रोफसर परमार को लेकर खुलासा किया है कि क्लास के अंदर हमेशा उनके दो खास रहते थे, एक अर्पित और दूसरी एक छात्रा. पेपर के 2 दिन पहले छात्रा के जरिए परमार ने इम्पोर्टेन्ट बताकर व्हाट्सएप ग्रुप में 30 से 35 प्रश्न डलवाए, लेकिन परीक्षा में इनमें से एक भी नहीं आया. नतीजा ये रहा कि बहुत से स्टूडेन्ट फेल हो गए.
सर ने आधे बच्चों को फेल किया हैं, ये बात मुझे उस लड़की से ही पता लगी. ये भी पता लगा कि कि सर की ये सब प्री-प्लानिंग थी. मुझे कुछ समझ नहीं आया, तो मैने सर से बात करनी की सोची. मैंने कहा कि अभी प्लेसमेंट का टाइम चल रहा है.कोटा आरटीयू मामले में जांच तेज हो गई है.
मेरे बेक आएगी तो मुझे प्लेसमेंट में नहीं बैठने दिया जाएगा, आप मेरे 2-5 नंबर कहीं बढ़ रहे हो, तो बढ़ा दो. सर ने कहा ठीक है मैं देखता हूं. सर ने मेरा नाम, जाति, कहां की रहने वाली हूं. सब नोट कर लिया.
उसी दिन रात को सर के लिए काम करने वाली लड़की के पास कॉल आया. लड़की ने मुझे रूम पर बुलाकर कहा कि बेक निकलवानी हो तो अर्पित से बात कर. मैं 2 दिसंबर को अर्पित से मिली तो अर्पित ने कहा कि मैंने तेरी कॉपी देखी है.
तूने कॉपी के अंदर कुछ खास नहीं लिखा. पास होने के लिए तुझे कॉपी भरनी पड़ेगी और थोड़ा टेढ़ा काम करना पड़ेगा. तू श्योर हो तो अभी सर की कार से मैं तुझे घर छोड़ दूंगा. मुझे इस बात पर गुस्सा आ गया. कोटा आरटीयू मामले में की वजह से अब कई बातें सामने आ रही हैं.
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