CM Ashok Gehlot showed generosity: सीएम अशोक गहलोत आज नागौर जिले के मौलासर पहुंचे. इस दौरान लाभार्थी विकलांग मोहिनी देवी से मुलाकात की और योजनाओं के बारे में पूछा तो सीएम अशोक गहलोत का मोहनी देवी ने आभार जताया. एम अशोक गहलोत ने कहा मैं आपका ही बेटा हूं. ये सुन वहां मौजूद लोगों ने अशोक गहलोत के कायल हो गये.
Trending Photos
CM Ashok Gehlot showed generosity: राजस्थान में ‘राजनीति का जादूगर’ माने जाने वाले गहलोत मुख्यमंत्री CM अशोक गहलोत ने एक बार फिर दरियादिली का उदाहरण पेश किया है. अपनी दरियादिली और सेवा कार्य के लिए प्रसिद्ध सीएम अशोक गहलोत आज नागौर जिले के मौलासर पहुंचे. जहां वे महंगाई राहत केंद्र का अवलोकन कर लाभार्थियों से सीधा संवाद किया, साथ ही किसान सम्मेलन में शिरकत कर आम सभा को संबोधित किया.
सच में छोटे-छोटे प्रयास लोगों की जिंदगी कितनी आसान कर देते हैं। सरल हृदय की इन बूढ़ी माँ के आशीर्वाद से ऐसी कोशिशों को ताकत मिली।#महंगाई_राहत_कैंप#MehangaiRaahatCamp pic.twitter.com/evlcioDbmJ
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 28, 2023
सीएम अशोक गहलोत ने महंगाई राहत कैंप शिविर के अवलोकन के दौरान लाभार्थी विकलांग मोहिनी देवी से मुलाकात की और योजनाओं के बारे में पूछा तो सीएम अशोक गहलोत का मोहनी देवी ने आभार जताया. इस दौरान मोहिनी देवी ने सीएम अशोक गहलोत को कहा योजनाओं का लाभ मिला है मेरे परिवार में मेरे पांच बेटियां हैं लेकिन बेटा नहीं है इस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने कहा मैं आपका ही बेटा हूं. ये सुन वहां मौजूद लोगों ने अशोक गहलोत के कायल हो गये.
इससे पहले भी आदिवासी क्षेत्र के ग्राम कागदर के रहने वाले 25 वर्षीय पंकज को सीएम गहोलत ने दरियादिली दिखाते हुए उसकी पीड़ा सुनी. पंकज बचपन में ही खेत में बिजली के तारों से करंट लगने के कारण अपने दोनों हाथ खो दिए थे. इससे उसके और पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था. पंकज 19 जुलाई को मदद की आस लेकर मुख्यमंत्री निवास पहुंचा था.
पंकज ने मुख्यमंत्री की इस संवेदनशीलता से भावुक होते हुए कहा कि वह वर्षों से दोनों हाथों के बिना जीवन के साथ संघर्ष कर रहा था. उसने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वास्तव में गरीबों और असहायों के मसीहा हैं. अब वो अपने काम को बेहतर तरीके से कर पायेगा. अब वह जिंदगी की नई उड़ान के लिए तैयार है.
बता दें कि राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव (Assembly Election) होने हैं. यहां लंबे अर्से से हर पांच साल बाद सत्ता परिवर्तन की परंपरा चली आ रही है. लेकिन इस बार कांग्रेस (Congress) चाहती है कि बरसों पुरानी परंपरा को तोड़कर एक बार फिर सूबे की सत्ता में वापसी कर सके. इसके लिए मुख्यमंत्री और उनकी पूरी कांग्रेस पार्टी हर संभव जतन कर रही है. हाल ही सीएम गहलोत ने बजट में हर वर्ग को राहत पहुंचाने का प्रयास किया है. सभी वर्गों को ध्यान में रखकर बजट घोषणाएं की हैं. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार की इन घोषणाओं का आगामी विधानसभा चुनाव में असर होगा और मौजूदा सरकार को इसका बड़ा लाभ मिलेगा.