राजनीति में धर्म होना चाहिए, धर्म में राजनीति नहीं होनी चाहिए: संत मुरारी बापू
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राजनीति में धर्म होना चाहिए, धर्म में राजनीति नहीं होनी चाहिए: संत मुरारी बापू

Nathdwara News: संत मुरारी बापू ने राजसमंद जिले के नाथद्वारा में रामकथा के बाद मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि राजनीति में धर्म होना चाहिए, लेकिन धर्म में राजनीति नहीं होनी चाहिए. 

 

राजनीति में धर्म होना चाहिए, धर्म में राजनीति नहीं होनी चाहिए: संत मुरारी बापू

Nathdwara News, Rajsamand: शीतल संत मुरारी बापू राजस्थान के राजसमंद जिले के नाथद्वारा प्रवास पर हैं. नाथद्वारा में संत मुरारी बापू की रामकथा का आयोजन चल रहा है. 

इस रामकथा का आयोजन तत पदम संस्थान के ट्रस्टी मदन पालीवाल द्वारा करवाया जा रहा है, जिसमें लाखों की तादाद में श्रद्धालु बापू की रामकथा को सुनने आ रहे हैं, तो वहीं तत पदम द्वारा निर्मित विश्व की सबसे उंची 369 फीट की शिव प्रतिमा विश्वास स्वरूपम को भी देखने लोग दूर-दूर से आ रहे हैं.

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बता दें कि रामकथा के बाद संत मुरारी बापू ने कहा कि राजनीति में सत्य, प्रेम और करुणा होनी चाइए. राजनीति में धर्म होना चाहिए, लेकिन धर्म में राजनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि व्यासपीठ से जो आदेश होता है वही कार्य होता है, तो वहीं जी मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल शिव प्रतिमा के बारे में उन्होंने बताया अब इसे हम प्रतिमा नहीं कह सकते हैं, अब यह स्वरूप हो गया है यानि विश्वास स्वरूपम और यह विश्व को एक संदेश देने के लिए है. 

प्राण-प्रतिष्ठा वाला यह स्वरूपम हमें कल्याण का, सबके मंगल का और सबसे आरोग्य का संदेश दे रहा है. इस दौरान तत पदम संस्थान के ट्रस्टी मदन पालीवाल, उनके पुत्र सहित परिवारजन के साथ अन्य गणमान्य उपस्थित रहे. 

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