विकास को तरस रहा IAS और IPS का शहर बामनवास, परेशानी का सबब बना जलभराव
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1306250

विकास को तरस रहा IAS और IPS का शहर बामनवास, परेशानी का सबब बना जलभराव

आईएएस और आईपीएस की जननी कहे जाने वाले बामनवास की तस्वीरें निश्चित तौर पर चौंका देने वाली हैं. सूबे को दर्जनों प्रशासनिक अधिकारी, मंत्री, सांसद और विधायक देने वाला बामनवास नगरपालिका मुख्यालय विकास को तरस रहा है.

विकास को तरस रहा IAS और IPS का शहर बामनवास, परेशानी का सबब बना जलभराव

Bamanwas: एक ओर हम आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव मना रहे हैं और आती-जाती सरकारें विकास को लेकर दावे करती हैं लेकिन धरातल की तस्वीरें कुछ और ही बयान कर रही है.

आईएएस और आईपीएस की जननी कहे जाने वाले बामनवास की तस्वीरें निश्चित तौर पर चौंका देने वाली हैं. सूबे को दर्जनों प्रशासनिक अधिकारी, मंत्री, सांसद और विधायक देने वाला बामनवास नगरपालिका मुख्यालय विकास को तरस रहा है.

यह भी पढे़ं- आज से बुधादित्य राजयोग चमकाएगा भाग्‍य, जमकर पैसा बटोरेंगी ये राशियां, जानें अपनी राशि का हाल

बामनवास नगरपालिका मुख्यालय के पंचायत समिति रोड पर कीचड़ और जलभराव की समस्या स्थायी परेशानी का सबब बनी हुई है. मुख्यालय की सबसे व्यस्ततम सड़क पर लगभग 200 मीटर के दायरे में एक से 2 फीट का जलभराव वाहन चालकों, राहगीरों, दुकानदारों, स्कूल- कॉलेज के छात्र छात्राओं के लिए नासूर बनता जा रहा है. विगत कुछ वर्षों में समस्या को लेकर विभिन्न संगठनों द्वारा प्रदर्शन भी किए गए हैं.

क्या बोले एबीवीपी नेता मनीष कुमार 
एबीवीपी नेता मनीष कुमार ने बताया कि विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन के बाद इंजन आदि की सहायता से पानी की निकासी कर वैकल्पिक इंतजाम तो कर दिए गए लेकिन ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त कर समस्या के स्थाई समाधान को लेकर अभी तक कोई धरातलीय प्रयास नहीं किए गए हैं. उक्त जलभराव में कई बार छुटपुट दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. रोजाना दर्जनों मोटरसाइकिल्स पानी के बीचों-बीच बंद हो जाती है और वाहन चालकों और महिलाओं को पानी में भीग कर सड़क पार करनी पड़ती है. वहीं आसपास के दर्जनों दुकानदारों को व्यवसायिक तौर पर भी खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है. 

स्थानीय लोगों ने सड़क की मरम्मत करवा कर ड्रेनेज सिस्टम सुधारने और जलभराव की समस्या खत्म करने की मांग की है. मानसून सत्र में जलभराव की समस्या कोढ़ में खाज का काम करती है. वहीं मच्छर जनित बीमारियों से स्थानीय लोगों को जूझना पड़ता है. ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि शासन और प्रशासन को नये आयाम देने वाला बामनवास कस्बा अपनी जरूरतों को कब पूरा कर पाएगा.

Reporter- Arvind Singh

 

सवाई माधोपुर की खबरों के लिए यहां क्लिक करें.

यह भी पढे़ं- एक्स के साथ 'पैचअप' करवा सकती हैं ये बातें, फिर मिल जाएगा आपका पुराना प्यार!

यह भी पढे़ं- आपकी ये आदतें ही बनाती हैं आपको कंगाल, गरुड़ पुराण में किया गया है जिक्र

यह भी पढे़ं- जालोर की घटना पर राजेन्द्र राठौड़ ने कहा- आवाज को लाठी के दम पर जबरन कुचला जा रहा

यह भी पढे़ं- Jalore Dalit Student Death: ग्रामीणों ने की पत्थरबाजी, पुलिस ने किया हल्के बल का प्रयोग

Trending news