Ahoi Ashtami 2023: कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी मनाई जाती है. अहोई माता की पूजा करते समय उनकी आरती जरूर उतारनी चाहिए. इससे मां प्रसन्न होती हैं. मान्यता है कि ऐसा करने से व्रती को 100 उपायों के बराबर फल मिलता है. आइए पढ़ते हैं अहोई माता की आरती...
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Ahoi Ashtami Aarti: करवाचौथ के चार दिन बाद अहोई अष्टमी का व्रत ( Ahoi Ashtami Vrat) होता है. महिलाएं यह व्रत संतान प्राप्ति, उनकी लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए रखती हैं. अहोई अष्टमी का व्रत कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष अष्टमी को आता है, जो इस बार 5 नवंबर को है. इस व्रत में महिलाएं रात को तारों को देखकर व्रत खोलती हैं. मान्यता है कि इस व्रत की विधि-विधान से पूजा के बाद आरती जरूर करनी चाहिए वरना व्रत पूरा नहीं माना जाता है. आइये पढ़ते हैं अहोई माता की आरती...
अहोई माता की आरती (Ahoi Ashtami 2023)
जय अहोई माता,
जय अहोई माता ।
तुमको निसदिन ध्यावत,
हर विष्णु विधाता ॥
ॐ जय अहोई माता ॥
ब्रह्माणी, रुद्राणी, कमला,
तू ही है जगमाता ।
सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत,
नारद ऋषि गाता ॥
ॐ जय अहोई माता ॥
माता रूप निरंजन,
सुख-सम्पत्ति दाता ।
जो कोई तुमको ध्यावत,
नित मंगल पाता ॥
ॐ जय अहोई माता ॥
तू ही पाताल बसंती,
तू ही है शुभदाता ।
कर्म-प्रभाव प्रकाशक,
जगनिधि से त्राता ॥
ॐ जय अहोई माता ॥
जिस घर थारो वासा,
वाहि में गुण आता ।
कर न सके सोई कर ले,
मन नहीं घबराता ॥
ॐ जय अहोई माता ॥
तुम बिन सुख न होवे,
न कोई पुत्र पाता ।
खान-पान का वैभव,
तुम बिन नहीं आता ॥
ॐ जय अहोई माता ॥
शुभ गुण सुंदर युक्ता,
क्षीर निधि जाता ।
रतन चतुर्दश तोकू,
कोई नहीं पाता ॥
ॐ जय अहोई माता ॥
श्री अहोई माँ की आरती,
जो कोई गाता ।
उर उमंग अति उपजे,
पाप उतर जाता ॥
ॐ जय अहोई माता,
मैया जय अहोई माता।
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