आरएसएस की तीन बड़ी बैठकों में एक अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक प्रयागराज में 16 अक्टूबर से शुरू हो रही है. 2025 में संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं. ऐसे में यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है.
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प्रयागराज: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल की चार दिवसीय बैठक 16 अक्टूबर से संगम नगरी प्रयागराज में होने जा रही है. यमुनापार के गौहनिया स्थित जयपुरिया स्कूल के परिसर में चार दिवसीय बैठक आयोजित होगी. बैठक का उद्घाटन रविवार 16 अक्टूबर को सुबह 9:00 बजे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत करेंगे. बैठक में 4 दिनों तक संघ के सभी प्रमुख कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. इस बैठक में विजयदशमी के पर्व पर संघ के प्रधान कार्यालय नागपुर में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने जिन मुद्दों को अपने उद्बोधन में उठाया था. उन सभी विषयों पर चार दिवसीय बैठक में चर्चा होगी. समाज में मातृभाषा में शिक्षा को बढ़ावा दिए जाने, देश में जनसंख्या में बढ़ रहे असंतुलन, महिला सहभाग को बढ़ाए जाने सहित समाज के सभी वर्गों से संवाद स्थापित करने और सामाजिक समरसता को बढ़ावा दिए जाने जैसे विषयों पर बैठक में चर्चा होगी. बताया जा रहा है कि हर दिन की बैठक में 4 से 5 सत्र आयोजित किए जाएंगे.
सामाजिक समरसता पर जोर
इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत सामाजिक समरसता व देश के मौजूदा हालातों पर भी चर्चा करेंगे. इसके साथ ही संघ के वर्ष 2025 में होने वाले शताब्दी वर्ष को लेकर भी लोगों को एकजुट करने की कवायद पर मंथन करेंगे. चार दिवसीय बैठक में संघ कार्य के विस्तार का वृतांत लिए जाने के साथ ही देश में वर्तमान में चल रहे समसामयिक विषयों पर भी चर्चा होगी. बैठक में संघ के साल भर के काम की समीक्षा सर संघचालक डॉ मोहन भागवत करेंगे.
अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख ने दी जानकारी
संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ सुनील आंबेकर के मुताबिक संघ की स्थापना के 2025 में 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं. इसके लिए निश्चित कार्य विस्तार की योजना बनी है. संघ का कार्य मौजूदा समय में 55 स्थानों पर चल रहा है. मार्च 2021 से 2024 तक एक लाख अतिरिक्त स्थानों पर संघ कार्य पहुंचे इसकी विस्तृत योजना बनी है. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया है कि आगामी संघ शिक्षा वर्ग 14 नवंबर से 8 दिसंबर के बीच नागपुर में आयोजित किया जाएगा. जिसमें 750 शिक्षार्थी शिरकत करेंगे. उन्होंने कहा है कि 19 को अक्टूबर को चार दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक समाप्त होने के बाद सरकार्यवाह मीडिया को संबोधित कर बैठक के प्रमुख निर्णयों के बारे में जानकारी देंगे.
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45 प्रांतों के कार्यकर्ता जुटेंगे
गौरतलब है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत पहली बार संगम प्रयागराज में 11 दिनों के प्रवास पर हैं. 19 अक्टूबर को बैठक के बाद भी संघ प्रमुख मोहन भागवत प्रयागराज में रहेंगे. उसके बाद 20 अक्टूबर को सभी प्रांत प्रचारक, क्षेत्र प्रचारक और अखिल भारतीय अधिकारियों के साथ भी बैठक करेंगे. जबकि 21 अक्टूबर को सभी क्षेत्र प्रचारकों के साथ विभिन्न मुद्दों पर विमर्श करेंगे. जबकि 22 अक्टूबर की सुबह अखिल भारतीय अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद संगम नगरी से प्रस्थान करेंगे. इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत बुधवार 12 अक्टूबर शाम 6 बजकर 10 मिनट पर गौहनिया स्थित जयपुरिया स्कूल परिसर पहुंच चुके हैं. इस बैठक में देश भर के 45 प्रांतों के 378 पदाधिकारी जुट रहे हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक को लेकर गौहनिया में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. पुलिस और पीएसी के साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स को भी तैनात किया गया है. संघ प्रमुख मोहन भागवत के प्रवास के चलते त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है.