स्कूल-मोहल्ले में बच्चा हो रहा बुली, अनदेखा न करें बच्चे की शिकायत, बिगड़ने लगेगी मानसिक स्थिति
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स्कूल-मोहल्ले में बच्चा हो रहा बुली, अनदेखा न करें बच्चे की शिकायत, बिगड़ने लगेगी मानसिक स्थिति


Bullying Impact on Children's Health: बचपन में दूसरे बच्चों द्वारा परेशान किया जाना या मजाक बनाए जाना कोई मामूली बात नहीं है. कई बच्चे इससे बड़े होने के बाद भी नहीं उभर पाते और मेंटल कंडीशन से जूझते रहते हैं. 

 

स्कूल-मोहल्ले में बच्चा हो रहा बुली, अनदेखा न करें बच्चे की शिकायत, बिगड़ने लगेगी मानसिक स्थिति

बचपन में किसी को भी बातों के असर के बारे में समझ नहीं होती है. इस दौर में हर कोई सिर्फ मौज-मस्ती करने में बिजी होते हैं. ऐसे में कई बच्चे दूसरे बच्चे का मजाक उड़ाना, उसे परेशान करना, डराना, धमकाकर अपना काम भी निकलाते हैं. इसे बुलिंग कहा जाता है. यह एक गंभीर समस्या है, जो बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास को गहरे प्रभावित करती है. 

डॉ. गौरव गुप्ता, वरिष्ठ मनोचिकित्सक और तुलसी हेल्थकेयर, नई दिल्ली के सीईओ बताते हैं कि बुलिंग का प्रभाव न केवल तुरंत होता है, बल्कि यह बच्चों के जीवन भर के लिए एक निशान छोड़ जाता है. बुलिंग के प्रभाव से बच्चों की मानसिकता, आत्म-सम्मान और सामाजिक जीवन पर गहरा असर पड़ता है, जिससे उनका भविष्य प्रभावित होता है.

बुलिंग का असर जीवनभर रहता है साथ

बुलिंग के शिकार बच्चों में मानसिक बीमारियों जैसे कि अवसाद, चिंता और PTSD (पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर) का खतरा सबसे ज्यादा होता है. बुलिंग से बच्चों को जो निराशा, अकेलापन और भय का अनुभव होता है, वह जीवनभर उनके साथ रहता है. लगातार अपमानित होने और दूसरों से अस्वीकार किए जाने के कारण बच्चों का आत्म-सम्मान घट जाता है.  

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बच्चे का पढ़ाई में कमजोर होना भी बुलिंग का प्रभाव 

बुलिंग बच्चों की एकेडमिक परफॉर्मेंस पर भी असर डालती है. बुली हो रहे बच्चे पढ़ाई में ध्यान नहीं दे पाते, क्योंकि उनके मन में निराशा और डर का माहौल बना रहता है. यह न केवल उनके मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि उनके व्यक्तिगत और शैक्षिक विकास को भी रोकता है.

बच्चे के सुसाइड करने का भी खतरा

यदि बुलिंग के मामले बहुत गंभीर होते हैं, तो इसके परिणाम आत्महत्या के रूप में भी सामने आ सकते हैं. जब बच्चे खुद को पूरी तरह से असहाय महसूस करते हैं, तो उनके लिए इसका कोई समाधान नहीं नजर आता और वे मानसिक रूप से टूट जाते हैं.

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बुली कर रहे बच्चे का मेंटल हेल्थ भी खतरे में

एक्सपर्ट बताते हैं कि सिर्फ पीड़ित बच्चों के लिए ही नहीं, बल्कि बुली करने वाले बच्चों के लिए भी इसके प्रभाव गहरे होते हैं. शोध से यह पता चला है कि बुली करने वाले बच्चे भविष्य में सामाजिक समस्याओं, नशीली दवाओं के उपयोग और कानूनी मुद्दों का सामना कर सकते हैं. 

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