Pakistan Airlines Bailout Package: पीआईए के प्रवक्ता का कहना है कि उसे कुछ वित्तीय सहायता मिली है, जिससे उसे अपने इंजनों को फिर से एक्टिव करने की इजाजत मिल गई है. पीआईए प्रवक्ता ने कहा, 'टाइम पर डिपार्चर रेश्यो अब 72 प्रतिशत होने की उम्मीद है.
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Pakistan Airlines News: पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) वर्षों से सरकार के लिए एक बड़ी वित्तीय देनदारी बन चुकी है. इसका वित्तीय संकट हर साल गहराता जा रहा है और इसे चालू रखने के लिए अरबों पाकिस्तानी रुपये का बेलआउट पैकेज देना पड़ता है. हालांकि, अब सरकार ने एयरलाइन के निजीकरण की योजना बनाई है.
PIA के सामने वित्तीय संकट के ताजे मामले में वह ईंधन सप्लाई के लिए पाकिस्तान स्टेट ऑयल (पीएसओ) को भुगतान करने में नाकाम रही है, जिससे उड़ान में देरी हुई. फ्लाइंग प्रोग्राम में रुकावटें आईं और उड़ानें रद्द हो गईं. इससे यात्रियों को गंभीर परेशानी हुई.
रद्द करनी पड़ीं पांच उड़ानें
पीआईए के सूत्रों के मुताबिक, उपलब्ध विमान की कमी के कारण कम से कम पांच उड़ानें रद्द करनी पड़ीं. इन उड़ानों में देश के प्रमुख शहरों से आने-जाने वाली घरेलू उड़ानें भी शामिल थीं. अन्य घरेलू उड़ान संचालन में भी लगभग दो घंटे की देरी देखी गई.
पीआईए के पास पैसों की कमी
इसके पीछे का कारण ईंधन के लिए पीएसओ को भुगतान करने के लिए पीआईए के पास पैसों की कमी थी. पाकिस्तान के संघीय वित्त मंत्रालय ने पीआईए के निजीकरण का फैसला लेते हुए, निजीकरण प्रभाग और एयरलाइन के प्रशासन दोनों से निजीकरण योजना की मांग करते हुए अपनी प्रमुख एयरलाइन को होने वाले घाटे को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया है.
अर्थशास्त्री इरशाद अंसारी ने कहा, 'पीआईए, जो पहले से ही नकदी की कमी और बढ़ते घाटे का सामना कर रही है, को विमान के खड़े होने के कारण प्रतिदिन 42 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो रहा है. सरकारें बहुत लंबे समय से हर साल इसे बाहर निकाल रही हैं. अब, यह लगभग असंभव लगता है."
हालांकि, पीआईए के प्रवक्ता का कहना है कि उसे कुछ वित्तीय सहायता मिली है, जिससे उसे अपने इंजनों को फिर से एक्टिव करने की इजाजत मिल गई है. पीआईए प्रवक्ता ने कहा, 'टाइम पर डिपार्चर रेश्यो अब 72 प्रतिशत होने की उम्मीद है.
हर महीने हो रहा 120 अरब रुपये का घाटा
पीआईए के एक अन्य सूत्र ने कहा कि उड़ान संचालन धीरे-धीरे नॉर्मल होना शुरू हो गया है क्योंकि रविवार को पाकिस्तान भर के हवाई अड्डों से कुल 72 उड़ानें (18 घरेलू और 54 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें) प्रस्थान करने वाली थीं. इस बीच, अंतरिम-वित्त मंत्री शमशाद अख्तर ने खुलासा किया है कि सरकारी एयरलाइंस को हर महीने कम से कम 12 अरब रुपये का घाटा हो रहा है.
उन्होंने कहा कि पीआईए ने खुद को बचाए रखने के लिए कई बार वाणिज्यिक बैंकों से 260 अरब रुपये का लोन लेने का विकल्प चुना है, जिसकी गारंटी सरकार ने दी थी.
फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (एफबीआर) के एक अधिकारी ने खुलासा किया कि पीआईए पर लगभग 1.25 अरब पाकिस्तानी रुपये का कर बकाया है, जबकि वह नागरिक उड्डयन प्राधिकरण को प्रति माह लगभग एक अरब पाकिस्तानी रुपये का भुगतान करता है.
PIA का मासिक खर्च 34 अरब रुपये
अर्थशास्त्री तालिब फरीदी ने कहा, "पीआईए का मासिक खर्च लगभग 34 अरब रुपये है, जबकि इसकी मासिक आय 22 अरब रुपये है. इससे उसे एक गंभीर घाटा हो गया है, जो हर गुजरते महीने के साथ बढ़ता जा रहा है."
उन्होंने कहा, "पीआईए का कुल घाटा लगभग 740 अरब रुपये तक पहुंच गया है - एक चौंका देने वाला आंकड़ा जिसने वित्त मंत्रालय को तत्काल निजीकरण योजना के लिए प्रेरित किया है." पाकिस्तान सरकार की निजीकरण पर कैबिनेट समिति (सीसीओपी) पहले ही पीआईए के निजीकरण को मंजूरी दे चुकी है.
सरकार ने नवनियुक्त निजीकरण मंत्री फवाज़ हसन फवाद को पीआईए के निजीकरण की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया है. पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा, "प्रस्तावित योजना का मकसद राज्य के स्वामित्व वाली इकाई के निजीकरण को तेजी से लागू करना है, इस तथ्य के कारण कि एयरलाइन ऋण का आकार उसकी संपत्ति के मूल्य से पांच गुना अधिक है."