Bollywood Flop Actor: इंडस्ट्री में ऐसे कई स्टार्स आए और गए, जिनमें से कुछ इंडस्ट्री में काफी सफलता हासिल की, लेकिन कुछ ऐसे भी रहे, जिन्होंने सफलता से ज्यादा नाम हासिल किया. आज हम आपको इंडस्ट्री के एक ऐसी ही हीरो के बारे में बताने जा रहे हैं. इन्होंने 90 के देशक में अपनी पहली ही फिल्म से बॉक्स ऑफिस पर हिला दिया था. इतना ही नहीं, जब इनका नाम आता था तो लोग सलमान और शाहरुख खान को भूल जाया करते थे. लेकिन धीरे-धीरे ये हीरो सुपरस्टार से फ्लॉप एक्टर बनता चला गया.
इस एक्टर ने अपने करियर की शुरुआत 90 के दशक में की थी. तब गोविंदा जैसे तमाम सितारे बॉक्स फिस पर राज किया करते थे, लेकिन इस एक्टर ने अपने धमाकेदार डेब्यू से इन सबको ऐसी टक्कर दी थी कि लोग इसको आने वाले सुपरस्टार कहने लगे थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. ये एक्टर आने वाला सुपरस्टार तो नहीं, लेकिन इंडस्ट्री का सबसे बड़ा फ्लॉप हीरो बनकर रह गया. हालांकि, उन्होंने अपने इतने साल के करियर में 47 फिल्मों में काम किया, लेकिन वो सफलता हासिल नहीं कर पाए, जिसका उन्होंने सपना देखा था.
हम यहां 1990 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म 'आशिकी' से डेब्यू करने वाले एक्टर राहुल रॉय की बात कर रहे हैं, जो अपना 59वां जन्मदिन मना रहे हैं. अपनी इस डेब्यू फिल्म से राहुल रातों-रात सुपरस्टार बन गए थे. महेश भट्ट के निर्देशन में बनी इस फिल्म में उन्होंने अनु अग्रवाल के साथ काम किया था. फिल्म सुपरहिट रही और इसके गाने भी चार्टबस्टर बन गए. राहुल रॉय का लुक और अभिनय लोगों को खूब पसंद आया. वे इतने मशहूर हो गए कि बॉलीवुड के तीनों खान के आने से पहले ही उन्हें बड़े सितारों की लिस्ट में शामिल किया जाने लगा.
राहुल सिर्फ 24 साल की उम्र में जबरदस्त स्टारडम हासिल कर चुके थे. हालांकि, उनका करियर ज्यादा लंबा नहीं चल सका. 'आशिकी' के बाद उनकी कोई भी फिल्म उतनी बड़ी हिट नहीं रही. बताया जाता है कि डेब्यू फिल्म के बाद उनको कई फिल्मों के ऑफर मिले थे और एक समय पर उन्होंने महज 11 दिनों में 47 फिल्में साइन कर ली थीं, जिनमें 'गजब तमाशा', 'फिर तेरी कहानी याद आई', 'गुमराह', 'नसीब' जैसी फिल्में शामिल थीं. लेकिन इनमें से कोई भी बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हिट साबित नहीं हुई. धीरे-धीरे उनका करियर नीचे गिरने लगा.
फिर एक समय ऐसा आया कि उनका नाम सुपरस्टार के लिस्ट में से निकल कर फ्लॉप एक्टर्स की लिस्ट में शामिल हो गया. 'आशिकी' न सिर्फ राहुल रॉय के लिए बल्कि हिंदी सिनेमा के लिए भी एक ऐतिहासिक फिल्म साबित हुई. इसने कई रिकॉर्ड तोड़े और उस दौर के सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में शामिल हुई. राहुल रॉय ने जब अपने करियर की शुरुआत की थी, तब हर कोई उनकी एक्टिंग का दीवाना था. मगर कुछ ही सालों में वे लीड रोल से साइड रोल तक पहुंच गए और फिर धीरे-धीरे इंडस्ट्री से गायब हो गए.
इस फिल्म के गाने 'धीरे-धीरे', 'नजर के सामने', 'बस एक सनम चाहिए' आज भी बेहद फेमस है और काफी पसंद भी किए जाते हैं. उस समय इस फिल्म के म्यूजिक एल्बम की 20 मिलियन से ज्यादा यूनिट बिकी थीं, जो अपने समय का एक रिकॉर्ड था. लोग आज भी इस फिल्म को देखकर राहुल रॉय के चार्म को याद करते हैं. हालांकि, वो अपनी बाकी फिल्मों से दर्शकों को उतना प्रभावित नहीं कर पाए और उनका करियर डगमगा गया. 'आशिकी' से पहले राहुल रॉय कोई बड़ा नाम नहीं थे. उन्होंने अपने करियर के दौरान कई फिल्मों में काम किया.
उनकी फिल्मों की लिस्ट में 'मझधार', 'दिलवाले कभी ना हारे', 'प्यार का साया', 'जुनून' और 'जानम' जैसी फिल्मों के नाम शामिल है, लेकिन किसी भी फिल्म से उनको कोई खास सफलता नहीं मिली. 'आशिकी' उनके करियर की सबसे बड़ी और यादगार फिल्म बन गई. ये फिल्म न सिर्फ राहुल रॉय बल्कि हिंदी सिनेमा के इतिहास में भी खास जगह रखती है, लेकिन अफसोस कि वह अपनी सफलता को ज्यादा समय तक कायम नहीं रख सके. लेकिन इस फिल्म ने दो बड़े स्टार्स की किस्मत पर ताले लगा दिए, जो कभी नहीं खुले.
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