Indian Railways: भारत में राजधानी एक्सप्रेस और वंदेभरात जैसी सेमी हाईस्पीड ट्रेन के साथ ही कुछ नैरोगेज यानी छोटी लाइनों पर चल रही ट्रेने भी हैं. आमतौर पर इन ट्रेनों को टॉय ट्रेन भी कहा जाता है.
कालका-शिमला रेल लाइन पर्वतीय रेल सेवाओं में से एक प्रसिद्ध रेल लाइन है. टॉय ट्रेन कही जाने वाली ये ट्रेन घुमावदार ट्रैक से होकर गुजरती है.
96km लंबी कालका-शिमला रेल लाइन को UNESCO ने अपनी वर्ल्ड हेरिटेज साइट की लिस्ट में शामिल किया है.
माथेरान लाइट रेलवे मुंबई से तकरीबन 90km की दूरी पर स्थित नरेल से शुरु होकर माथरेन तक जाती है. यह रेल लाइन 121 छोटे-बड़े पुलों से होकर गुजरती है.
माथेरान लाइट रेलवे को भी टॉय ट्रेन कहा जाता है. यह 12kmph की रफ्तार से 20km की दूरी को 2 घंटे के अंदर तय करती है.
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग के बीच चलने वाली दार्जिलिंग हिमालयन रेल को देश की पहली 'हिल रेलवे' कहा जाता है. इस रेलमार्ग की कुल लंबाई 88km है.
UNESCO ने दार्जिलिंग हिमालयन रेल को 2 दिसंबर साल 1999 में अपनी वर्ल्ड हेरिटेज साइट की लिस्ट में शामिल किया था.
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