INS Utkarsh joins navy: भारतीय नौसेना के लिए खास तौर से डिजाइन किए गए मल्टीपर्पस वारशिप आईएनएस उत्कर्ष (INS Utkarsh) को समंदर में उतारा दिया गया. इसकी खासियत जानकर चीन परेशान है. लॉन्च के बाद नौसेना (Navy) अपने समुद्री अभियानों को फुल स्पीड में बढ़ाने के लिए तैयार है. क्या है इसकी ताकत आइए बताते हैं.
मकर संक्रांति (Makar Sankranti) पर भगवान सूर्य के उत्तरायण होते ही नौसेना को आईएनएस उत्कर्ष की ताकत मिल गई. ये मल्टीपर्पज शिप किसी भी स्तर का शिप खींचने, टारगेट को निशाना बनाने या फिर मानव सहायता के लिए चलाए गए किसी भी मिशन का नेतृत्व कर सकता है. ये विभिन्न स्वदेशी हथियारों और सेंसर के लिए एक परीक्षण मंच के रूप में भी काम करने में सक्षम है. आईएनएस उत्कर्ष को सोमवार को चेन्नई के पास कट्टुपल्ली शिपयार्ड से लॉन्च किया गया.
इसका नाम है 'उत्कर्ष', जिसका मतलब है 'आचरण में श्रेष्ठ'. इसे L&T शिपबिल्डिंग लिमिटेड ने भारतीय नौसेना के लिए बनाया है. 106 मीटर लंबा, 18.6 मीटर चौड़ा जहाज और 3750 टन वजनी यह शिप अपनी उम्दा रफ्तार से काम करने के लिए डिजाइन किया गया है. ये शिप नौसेना की समुद्री निगरानी, समंदर की गश्त यानी समुद्री सीमाओं की निगरानी और रेस्क्यू ऑपरेशंस की क्षमताओं को बढ़ाएगा.
आपको बताते चलें कि INS उत्कर्ष का लॉन्च पहले MPV INS समर्थक (INS Samarthak) के लॉन्च के 3 महीने के भीतर हुआ है. रक्षा मंत्रालय ने कहा, 'आईएनएस उत्कर्ष (INS Utkarsh) के अस्तित्व में आने के पीछे की मूल भावना की बात करें तो इसका निर्माण मेक इन इंडिया शिप मेनुफेक्चरिंग की दिशा में उठाया गया कदम है. इसे नौसेना (Navy) की जरूरतों के हिसाब से मानकों के अनुरूप बनाया गया है. निजी भारतीय शिपयार्ड द्वारा शिप का लॉन्च स्वदेशी जहाज निर्माण में देश की प्रगति को दर्शाता है. ये मिसाल भारत सरकार के 'आत्मनिर्भर भारत' और 'मेक इन इंडिया' अभियान के मोटो को फॉलो करता है.
उत्कर्ष का शुभारंभ रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की पत्नी सुष्मिता मिश्रा सिंह ने किया. इस अवसर पर वाइस एडमिरल बी. शिवकुमार, नियंत्रक युद्धपोत उत्पादन एवं अधिग्रहण, जयंत दामोदर पाटिल, सीएमडी के सलाहकार और भारतीय नौसेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.
आईएनएस उत्कर्ष (INS Utkarsh) के लॉन्चिंग की डेडलाइन से पहले, दूसरे MPV का सफल लॉन्च भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एलएंडटी की अटूट प्रतिबद्धता को दिखाता है. इस खास मौके पर कंपनी के प्रेसिजन इंजीनियरिंग एंड सिस्टम्स के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और हेड एटी रामचंदानी (AT Ramchandani) ने कहा, 'L&T अपने बेजोड़ इन-हाउस डिजाइन एक्सपर्टाइज और एक्जीक्यूशन के साथ, नौसेना के बेड़े के विस्तार की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक अत्याधुनिक रक्षा प्लेटफॉर्म प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'
भारतीय नौसेना, भारत की समुद्री सीमाओं की रक्षा करती है. यह देश की संस्कृति और सभ्यता की भी रक्षा करती है. भारतीय नौसेना (Indian Navy) भारतीय सशस्त्र बलों की सामुद्रिक शाखा है. नौसेना अध्यक्ष (Indian Navy Chief Admiral) एक चार सितारा एडमिरल होते हैं, जो नौसेना की कमान संभालते हैं. ब्लू-वाटर नेवी के रूप में, अपनी नौसेना फारस की खाड़ी क्षेत्र और अफ्रीका के हॉर्न में मलक्का जलडमरूमध्य तक ऑपरेट करती है. इंडियन नेवी दक्षिण और पूर्वी चीन के समुद्रों के साथ-साथ पश्चिमी भूमध्य सागर में एक साथ नियमित तैनाती पर रहती है, हिंद महासागर से लेकर अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में इसकी काबिलियत और शौर्य की तूती बोलती है.
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